भोपाल-मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हुए गैस हादसे के जख्म अब भी हरे हैं, कई महिलाओं ने अपनी मांग का सिंदूर इस हादसे और उसके दुष्परिणामों में गंवा दिया है। ऐसी महिलाओं के लिए जिंदगी चलाना मुश्किल हो गया है, मगर सरकार ने एक बार फिर इन मुसीबत मंे घिरी विधवाओं की जिंदगी को आसान बनाने की पहल की है। गैस पीड़ित विधवा जिन्हें कल्याणी कहा जाता है, एक हजार रुपये मासिक पेंशन मिलने लगी है, इन महिलाओं के खाते में एक साथ पांच माह की पेंशन हस्तांतरित की गई है।
ज्ञात हो कि वर्ष 2010 में भारत शासन ने भोपाल गैस त्रासदी में दिवगंत हुए व्यक्तियों की पांच हजार कल्याणियों को पांच वर्ष के लिए 1000 रुपए प्रतिमाह सामाजिक पुनर्वास मद में पेंशन की कार्य योजना मंजूर की गयी थी। इस कार्ययोजना में 30 करोड़ रुपए का प्रावधान था। इसमें केन्द्र शासन का 75 प्रतिशत तथा राज्य शासन का 25 प्रतिशत अंशदान था। यह पेंशन योजना मई, 2011 से प्रारम्भ की गई थी। योजना अंतर्गत बैंक ऑफ इंडिया में गैस पीड़ित मृतकों की कुल 2544 एवं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में कुल 2452 इस प्रकार कुल 4996 अकांउट खोले गये थे। मंजूर योजना अनुसार संबंधित कल्याणियों को केवल पांच वर्ष के लिए पेंशन का भुगतान होना था।
राज्य शासन ने छह जनवरी 2018 को निर्णय लिया गया था कि जिन कल्याणियों को पेंशन भुगतान के पांच वर्ष पूर्ण हो गए हैं, उन्हें दो वर्ष अतिरिक्त पेंशन का भुगतान किया जाए। अगस्त-2021 में सात वर्ष पूर्ण होने पर 4474 कल्याणी महिलाओं के अकाउंट बंद कर दिये गये।
राज्य सरकार ने 4500 गैस पीडित कल्याणियों के लिए प्रतिमाह 1000 रुपए की दर से पेंशन प्रदान करने के लिए कुल राशि पांच करोड़ 40 लाख रुपए का बजट प्रावधान वित्तीय वर्ष 2021-22 में किया गया।
भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने आज गैस राहत संचालनालय में गैस त्रासदी में दिवंगत व्यक्तियों की कल्याणी महिलाओं को पेंशन राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की। संचालनालय में आयोजित कार्यक्रम में अप्रैल-2021 से पांच माह की पेंशन प्रतिमाह 1000 रुपए के हिसाब से अंतरित की गई।
मंत्री सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणानुरूप गैस पीड़ित कल्याणी बहनों के लिये पेंशन योजना पुन: शुरू की गई है। यह पेंशन सामाजिक सुरक्षा पेंशन की 600 रुपए की राशि के अतिरिक्त होगी। कल्याणी बहनों को 1600 रुपए की राशि ताजिंदगी मिलती रहेगी।
मंत्री सारंग ने बताया कि गैस राहत के 6 अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है। साथ ही कोरोना में उचित इलाज मिल सके इसके लिये हमीदिया अस्पताल में भी गैस प्रभावितों के लिये नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा कि संवेदनशील सरकार ने कई आपत्तियों के बाद भी पुन: पेंशन योजना को शुरू किया। उन्होंने बताया कि सरकार ने विधवा कालोनी का नाम बदलकर जीवन-ज्योति किया। कॉलोनी में स्टेडियम बनाया जा रहा है। नर्मदा जल, सड़क आदि की व्यवस्था की गई है।