यूनिसेफ ने अपने एक बयान में कहा कि भूकंप से प्रभावित लोगों में आधे से ज्यादा बच्चे हैं और उन तक मानवीय सहायता पहुंचाने में मुश्किलें पेश आ रही हैं।
अफगानिस्तान के पूर्वोत्तर क्षेत्र में सोमवार को रिक्टर पैमाने पर 7.5 की तीव्रता से आए भूकंप से करीब 200 लोगों की मौत हो गई, जबकि 1,000 से अधिक लोग घायल हो गए। मरने वाले लोगों में 12 स्कूली छात्राएं भी शामिल हैं। भूकंप के झटके पाकिस्तान, भारत और ताजिकिस्तान में भी महसूस किए गए।
यूनीसेफ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दूर दराज के पहाड़ी क्षेत्रों में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश व बर्फबारी हो रही है, जिसके कारण इन इलाकों में फंसे लोगों तक मानवीय सहायता पहुंचाना बेहद मुश्किल हो गया है।
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन डुजैरिक ने मंगलवार को कहा, “अफगानिस्तान और पाकिस्तान में यूनिसेफ वहां की सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहा है और भूकंप से प्रभावित बच्चों तथा उनके परिजनों को सहायता देने के लिए तैयार है।”
मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने मंगलवार को कहा कि हाल ही में आए भूकंप से अफगानिस्तान के कुनर, तखार, बदख्शां और नंगरहार प्रांत सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।