चेन्नई, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत साल 2015-16 के दौरान छह और उपग्रहों का प्रक्षेपण करेगा, जिनमें से दो संचार, तीन नौवहन तथा एक अंतरिक्ष विज्ञान उपग्रह एस्ट्रोसैट होगा। संसद में गुरुवार को यह जानकारी दी गई।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने राज्य सभा में एक लिखित जवाब में कहा, “साल 2015-16 के दौरान छह और उपग्रहों के प्रक्षेपण की योजना है। इनमें दो संचार उपग्रह जीसैट-6 व जीसैट-15, तीन नौवहन उपग्रह आईआरएनएसएस-1ई, आईआरएनएसएस-1एफ व आईआरएनएसएस-1जी तथा एक अंतरिक्ष विज्ञान उपग्रह एस्ट्रोसैट होगा।”
इसके अलावा, भारतीय ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) के माध्यम से चार देशों के 13 और उपग्रहों को भेजने की योजना है।
अप्रैल 2015 तक इसरो 73 उपग्रहों का प्रक्षेपण कर चुका है।
सिंह ने कहा कि प्रक्षेपण की नाकामी के कारण उनमें से सात उपग्रह अपनी कक्षा तक पहुंचने में नाकाम रहे और तीन उपग्रह कक्षा में असफल हो गए।
उन्होंने कहा कि इन सबके अलावा, पीएसएलवी रॉकेट द्वारा इसरो 19 देशों के 40 उपग्रहों तथा भारतीय विश्वविद्यालयों द्वारा निर्मित चार माइक्रो व नैनो उपग्रहों को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कर चुका है।