पुणे: बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता नाना पाटेकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत हिंदुओं और मुसलमानों- दोनों का ही देश है और समाज में विभाजन एवं भेदभाव ठीक नहीं है.
नाना पाटेकर ने महाराष्ट्र के पुणे शहर में एक कार्यक्रम से इतर फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ के बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए यह बात कही.
कश्मीर घाटी से 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों के पलायन के मुद्दे से संबंधित फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर हो रही बहस के बारे में पूछे जाने पर अभिनेता ने कहा, ‘यह देश हिंदुओं और मुसलमानों- दोनों का ही है और उनके लिए एक साथ रहना आवश्यक है और उन्हें साथ में मिलकर रहना चाहिए. यदि दोनों समुदायों के बीच विभाजन हो रहा है, तो यह ठीक नहीं है.’
हालांकि, पाटेकर ने यह भी कहा कि उन्होंने अभी तक फिल्म नहीं देखी है और वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर पाएंगे. उन्होंने कहा, ‘लेकिन किसी फिल्म को लेकर विवाद खड़ा होना अच्छा नहीं है.’
मालूम हो कि फिल्म को भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा सक्रिय रूप से बढ़ावा दिया जा रहा है और सभी भाजपा शासित राज्यों में या तो फिल्म को कर-मुक्त घोषित कर दिया गया है या सरकारी कर्मचारियों को फिल्म देखने के लिए विशेष अवकाश दिया जा रहा है. इस बीच विपक्ष ने फिल्म को एकतरफा और बेहद हिंसक बताया है.
भाजपा के विरोधियों पर तीखा हमला करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ की प्रतिक्रिया का जिक्र करते हुए 15 मार्च को कहा था कि ऐसी फिल्में बनती रहनी चाहिए, क्योंकि ये सच को समाने लेकर आती हैं.
उन्होंने कहा था, ‘इन दिनों द कश्मीर फाइल्स की खूब चर्चा हो रही है. जो लोग हमेशा अभिव्यक्ति की आजादी के झंडे लेकर घूमते हैं, वह पूरी जमात बौखला गई है.’
पीएम ने कहा, ‘तथ्यों के आधार पर इसकी विवेचना करने के बजाय, इसको बदनाम करने के लिए एक मुहिम चलाई जा रही है. यह पूरा इकोसिस्टम… अगर कोई सत्य उजागर करने का साहस करें… तो बौखला जाता है. वह वही प्रस्तुत करने की कोशिश करते हैं, जिसे वह सत्य मानते हैं. पिछले चार-पांच दिनों से यही कोशिश हो रही है कि लोग सत्य को न देख सकें.’
फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ की रिलीज़ के बाद उपजे राजनीतिक विवाद के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय इसके निर्देशक विवेक अग्निहोत्री को सीआरपीएफ की वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है.