रियाद, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत और सऊदी अरब ने द्विपक्षीय संबंध को मजबूत करते हुए आतंकवाद-रोधी सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी और भारतीय उद्योगपतियों को आश्वस्त किया वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) जल्द लागू होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रविवार को सऊदी अरब के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, किंग अब्दुल अजीज सैश से सम्मानित किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी सुल्तान सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद यहां जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया, “दोनों पक्षों ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। दोनों ने संयुक्त राष्ट्र के बहुपक्षीय स्तर एवं दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने पर सहमति जताई।”
इससे पहले सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब की द्विपक्षीय यात्रा के दूसरे और अंतिम दिन उनका आधिकारिक तरीके से स्वागत किया।
शाह सलमान ने मोदी और उनके प्रतिनिधिमंडल की यहां रॉयल कोर्ट में अगवानी की।
शाह ने प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में दोपहर के भोज का आयोजन किया। आतंकवाद से मुकाबला, ऊर्जा सहयोग और व्यापार एवं निवेश रविवार की वार्ता के एजेंडे में प्रमुख रहे।
सऊदी अरब भारत में कच्चे तेल का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता होने के साथ ही भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां रविवार को टाटा कंसल्टेंसी सर्विस द्वारा स्थापित एक महिला आईटी सेंटर का दौरा करने के बाद कहा कि ‘यह सऊदी अरब की शान है।’
सऊदी अरब की यात्रा के अंतिम दिन मोदी ने कहा, “मैं उन पेशेवरों से मिल रहा हूं, जो अब सऊदी अरब की शान हैं।”
उन्होंने कहा कि जब नारी शक्ति विकास यात्रा की अभिन्न अंग बनती है तो इसे नई गति मिलती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महिला सेंटर का माहौल देखकर प्रतीत होता है कि यह दुनिया के सकारात्मक बल का अगुवा है।
उन्होंने आईटी सेंटर की महिलाओं को भारत आने का न्योता दिया। मादी ने कहा कि महिला पेशेवरों की यात्रा का भारत पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने सेंटर की महिला पेशेवरों को ‘मोदी एप’ देखने और भारत में महिला सशक्तीकरण पर अपनी राय देने का आग्रह किया।
महिला सेंटर के पट पर मोदी ने लिखा, “वंदे मातरम्, मातृ देवो भव।”
महिला सेंटर के कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। कुछ कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री के साथ सेल्फी भी ली।
यह सेंटर तीन साल पहले 80 कर्मचारियों के साथ शुरू किया गया था, लेकिन आज उनकी संख्या बढ़कर 1000 हो गई है। सेंटर में 80 प्रतिशत सऊदी अरब की महिलाएं हैं।
यह सऊदी अरब में दुनिया की किसी कंपनी द्वारा खोला गया पहला बीपीओ है। इसकी खासियत है कि केवल महिलाएं ही इसका संचालन करती हैं। सऊदी अरब में 60 फीसदी महिलाएं स्नातक हैं।
मोदी तीन देशों की अपनी पांच दिवसीय यात्रा के तीसरे और अंतिम पड़ाव में सऊदी अरब पहुंचे। वह इसके पहले बेल्जियम और अमेरिका गए थे।
बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में उन्होंने 13वें भारत-यूरोपीय संघ (ईयू) शिखर सम्मेलन में भाग लिया था और बेल्जियम के प्रधानमंत्री चार्ल्स माइकल के साथ द्विपक्षीय वार्ता की थी।
इसके बाद उन्होंने वाशिंगटन में आयोजित परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन में शिरकत की थी। इस शिखर सम्मेलन का आयोजन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने किया था।
2010 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सऊदी की यात्रा के बाद यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस तेल संपन्न खाड़ी देश की पहली यात्रा है।