नई दिल्ली, 11 सितंबर – एक वैश्विक दूरसंचार कंपनी की भारतीय इकाई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि देश में व्यवसाय करना कठिन है। इकनोमिस्ट इंडिया सम्मेलन में यहां वोडाफोन इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक मार्टिन पीटर्स ने कहा, “हां, भारत में व्यवसाय करना कठिन है। मेरे खयाल से विदेशी कंपनियों की यह आम राय है और यह स्थिति सिर्फ दूरसंचार क्षेत्र में ही नहीं है।”
पीटर्स ने हालांकि कहा कि सिर्फ कुछ बाधाओं को हटाकर भारत में व्यवसाय करने को आसान बनाया जा सकता है।
वोडाफोन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी है। कंपनी का देश की सरकार से कर संबंधी विवाद चल रहा है।
वोडाफोन ने 2007 में एक भारतीय कंपनी की दूरसंचार संपत्ति खरीदी थी, जिसे पर सरकार ने कंपनी पर 20 हजार करोड़ रुपये का पिछली तिथि से लगने वाला कर लगाया है।
कंपनी ने पहले कहा है कि इस विवाद के समाधान के लिए वह अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता के रास्ते पर चलती रहेगी।
पीटर्स ने यह भी कहा कि देश में दूरसंचार उद्योग की स्थिति बदहाल है।
उन्होंने कहा, “यदि आप अंतर्राष्ट्रीय नजरिए से देखें, तो देश में दूरसंचार उद्योग बदहाल है। और इसका कारण संभवत: पिछले कुछ समय से बनी यह सोच है कि जितना अधिक प्रतिस्पर्धा होगा, उतना अच्छा होगा।”