नई दिल्ली, 17 सितम्बर (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने साफ कर दिया है कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच जारी हॉकी मसले में नहीं पड़ना चाहेगा। जहां तक द्विपक्षीय बातचीत का मसला है तो इसके लिए दोनों देशों को आपस में ही सुलझाना होगा।
पाकिस्तानी खिलाड़ियों को हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) के चौथे और पांचवें संस्करण में भी जगह नहीं मिली है क्योंकि इसके लिए जारी नीलामी में उनका नाम शामिल नहीं है। नीलामी गुरुवार को हो रही है।
इससे पहले, हॉकी इंडिया (एचआई) के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने सोमवार को कहा था कि जब तक चैम्पियंस ट्रॉफी (भुवनेश्वर) में की गई अपनी बदतमीजी के लिए पाकिस्तानी खिलाड़ी माफी नहीं मांगते, तब तक उन्हें भारत में खेलने नहीं दिया जाएगा।
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी इस मसले को लेकर एफआईएच सीईओ केली फेयरवेदर ने कहा, “हम दोनों देशों के बीच सुलह के नहीं बैठेंगे। हम पाकिस्तान हॉकी महासंघ के साथ बैठक कर रहे हैं क्योंकि वहां एक नया नेतृत्व आया है और नई सोच लेकर आया है। नया नेतृत्व रिश्तों की अहमियत को समझता है।”
भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में आयोजित चैम्पियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत के खिलाफ मिली हार के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने बदतमीजी करते हुए भारतीय दर्शकों की ओर आपत्तिजनक इशारे किए थे। पाकिस्तान के खिलाड़ी मोहम्मद तौशीक और अली अमजद पर एक-एक मैच का प्रतिबंध लगाया गया था जबकि शफाकत रसूल को चेतावनी दी गई थी।