वियनतियाने, 8 सितम्बर (आईएएनएस)। भारत और दक्षिण कोरिया ने गुरुवार को यहां व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते में हुई प्रगति की समीक्षा की।
यह समीक्षा यहां 14वें भारत-आसियान शिखर सम्मेलन तथा 11वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्युन-हे की मुलाकात के दौरान की गई।
इस बैठक के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, “दोनों नेताओं ने भारत-दक्षिण कोरिया व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) को बेहतर बनाने के लिए आपसी वार्ता प्रक्रिया की समीक्षा की। बैठक के दौरान दक्षिण कोरिया द्वारा घोषित भारत में बुनियादी ढांचा विकास पर 10 अरब डॉलर के वित्तीय पैकेज पर भी चर्चा हुई।”
स्वरूप ने कहा, “दोनों देशों के एक्जिम बैंक पैकेज के इस्तेमाल के तरीकों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं।”
इस मुलाकात के दौरान जहां मोदी ने पिछले साल मई के अपने दक्षिण कोरिया दौरे को यादगार बताया, वहीं राष्ट्रपति पार्क ने कहा कि भारत प्रधानमंत्री के सक्रिय नेतृत्व की वजह से ही प्रगति कर रहा है।
स्वरूप ने कहा, “पार्क ने भारत की आर्थिक विकास रणनीति के लिए मोदी की सराहना की, जिसकी वजह से वैश्विक मंदी के बावजूद देश में विकास दर सात प्रतिशत से अधिक रही।”
उन्होंने कहा, “दोनों नेताओं ने रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा भी की, जिसे प्रधानमंत्री मोदी के दक्षिण कोरिया दौरे के दौरान उन्नत कर विशेष रणनीतिक साझेदारी स्तर का किया जा चुका है।”
दोनों नेताओं ने लोकतंत्र व मुक्त बाजार अर्थव्यवस्था पर प्रतिबद्धता जताई।
स्वरूप ने कहा, “राष्ट्रपति पार्क ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए कोरिया प्लस कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे कोरियाई कंपनियों का भारत में निवेश बढ़ेगा।”
दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ और समुद्री सुरक्षा के साथ-साथ क्षेत्र में विकास को लेकर भी सहयोग जताया।
स्वरूप के अनुसार, मोदी ने पार्क को भारत दौरे का आमंत्रण दिया।
इससे पहले मोदी ने लाओस के अपने समकक्ष थोंगलाउन सिसोउलिथ से मुलाकात की। उनकी अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा, म्यांमार की स्टेट काउंसलर व विदेश मंत्री आंग सान सू की से भी मुलाकात हुई।
भारत-आसियान शिखर सम्मेलन में गुरुवार को 10 दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों- इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, ब्रुनेई, कंबोडिया, लाओस, म्यांमार, वियतनाम और थाईलैंड के नेताओं ने हिस्सा लिया।
वहीं, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में 10 आसियान देशों के नेताओं के अतिरिक्त भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका और रूस के नेता हिस्सा ले रहे हैं।