चेन्नई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की भूस्थैतिक उपग्रह प्रक्षेपण यान, जीएसएलवी-डी5 श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केन्द्र से लांच हो गया है। स्वदेशी क्रायोजनिक इंजन के साथ जीएसएलवी-डी-5 ने उड़ान भरी। यान ने अपने साथ कक्षा संचार उपग्रह जीसेट-14 को लेकर उड़ान भरी।
आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में यह उल्टी गिनती शुरू हुई। 356 करोड़ रूपए की लागत वाले इस मिशन के दो उद्देश्य हैं। पहला इसरो द्वारा निर्मित क्रायोजेनिक इंजन का परीक्षण और दूसरा संचार उपग्रह को कक्षा में स्थापित करना। इस यान का प्रक्षेपण रविवार को अपराह्न 4:18 मिनट पर किया जाएगा। यह स्थान चेन्नई से 80 किलोमीटर की दूरी पर है।
ईधन रिसाव के कारण स्थिगित हुआ था प्रक्षेपण : इसरो पिछले साल अगस्त में इस यान का प्रक्षेपण करना चाहता था, लेकिन दूसरे चरण में इंजन से ईंधन के रिसाव की वजह से इसे स्थगित कर दिया गया था। इसरो के अधिकारियों ने बताया कि अब इसमें दूसरे चरण को बदलकर भिन्न धातु से बना नया चरण लगा दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही पहले चरण के कुछ महत्वपूर्ण उपकरणों में बदलाव किया गया है।