कोलकाता, 25 जुलाई (आईएएनएस)। कारोबार के लिए भारत को जटिल व कठिन जगह करार देते हुए केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को पुराने कानूनों व प्रक्रियात्मक बाधाओं को खत्म करने का आह्वान किया।
एक समारोह में ‘मेक इन इंडिया’ अभियान पर औद्योगिक नीति एवं संवर्धन (डीआईपीपी) विभाग के सचिव अमिताभ कांत ने कहा कि वह अगस्त में ‘नेमिंग एंड शेमिंग’ नामक एक रिपोर्ट जारी करेंगे, जिसमें कारोबार करने के लिए प्रक्रिया को आसान न करने वाले राज्य सरकारों का जिक्र होगा।
उन्होंने कहा, “हमने कारोबार करने के लिए भारत को एक बेहद कठिन व जटिल जगह बना डाला है। बीते कई वर्षो के दौरान हम प्रक्रियाएं, नियम, कायदे व कानून बनाने में लगे हुए हैं और हमारी पूरी मानसिकता नियंत्रण की शिकार हो गई है।”
उन्होंने कहा, “लोगों को कारोबार करने देने के लिए हमें नियम-कानूनों में ढील देने तथा एक नई मानसिकता विकसित करने की जरूरत है। भारत को व्यापार के लिए सबसे आसान जगहों में से एक बनाना अनिवार्य हो गया है, जिसके लिए हमें कई नियंत्रणों के निराकरण की जरूरत है, जिसे बीते 60 साल के दौरान हमने आत्मसात किया है।”
उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक शोध व विकास का एक केंद्र बनता जा रहा है, इसके बावजूद भारत का पेटेंट रिकॉर्ड निराशाजनक है।
उन्होंने कहा, “यदि बहुराष्ट्रीय कंपनियां यहां शोध व विकास केंद्र की स्थापना कर सकती है, तो फिर भारतीय कंपनियां ऐसा क्यों नहीं कर सकती। भारत का पेटेंट रिकॉर्ड बेहद निराशाजनक है और यह जरूरी है कि भारतीय कंपनियां, संस्थान तथा सरकार शोध व विकास पर ध्यान केंद्रित करें और पेटेंट हासिल करने पर जोर दें।”
कांत ने कहा, “हम फिलहाल मूल्यांकन की प्रक्रिया में हैं और अगस्त के अंत तक हम रिपोर्ट जारी कर देंगे, जिसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाले राज्यों की प्रशंसा तो होगी ही, साथ ही खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों का भी नाम होगा।”