जकार्ता, 30 मई (आईएएनएस)। अपने रणनीतिक संबंधों में महत्वपूर्ण वृद्धि करते हुए भारत और इंडोनेशिया ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो के बीच बुधवार को द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के बाद रक्षा सहयोग सहित 15 समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
रक्षा सहयोग समझौते में नियमित द्विपक्षीय वार्ता व साझा हित के सैन्य मुद्दों व सामरिक रक्षा पर सलाह, सामरिक जानकारी का आदान-प्रदान, सैन्य शिक्षण, प्रशिक्षण व अभ्यास, सेना, नौसेना, वायुसेना व एरोस्पेस सहित सशस्त्र सेनाओं के बीच सहयोग की घोषणा की गई। इसके अलावा अन्य दूसरे क्षेत्र में मानवीय सहायता, आपदा राहत व शांति बनाए रखने व चिकित्सकीय सेवाएं शामिल हैं।
इन समझौतों का भारत-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक हितों के लिए दोनों देशों के बीच विशेष महत्व है।
दोनों पक्षों ने शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए बाह्य अंतरिक्ष के इस्तेमाल व खोज में सहयोग के लिए एक कार्ययोजना समझौते पर भी हस्ताक्षर किए।
इस समझौते के अनुसार, दोनों पक्ष अंतरिक्ष विज्ञान, बाह्य अंतरिक्ष की खोज, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का उपयोग, बाहरी अंतरिक्ष से पृथ्वी के पर्यावरण की निगरानी और रिमोट सेंसिंग, आपसी लाभ के लिए इंडोनेशिया के एकीकृत बायैक ग्राउंड स्टेशन का उपयोग, इंडोनेशिया में भारतीय ग्राउंड स्टेशन की स्थापना के लिए मिलकर काम करेंगे। इसके साथ ही लापान (इंडोनेशिया का नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस) निर्मित उपग्रहों की लांच सेवाओं के लिए सहयोग व अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में संयुक्त शोध व विकास गतिविधियां शामिल हैं।
दोनों पक्षों ने वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग, रेलवे क्षेत्र में तकनीकी सहयोग, स्वास्थ्य सहयोग और आर्थिक, व्यापार और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने सहित 12 ज्ञापन समझौतों (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए।
दोनों पक्षों ने 2019-20 में कूटनीतिक संबंधों के 70 साल पूरे होने पर जश्न मनाने की गतिविधियों की एक अलग योजना पर हस्ताक्षर किए।
मोदी तीन देशों की अपनी पांच दिवसीय यात्रा के पहले चरण में यहां मंगलवार को पहुंचे। इसके बाद मोदी मलेशिया व सिंगापुर जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी का इंडोनेशिया का यह पहला दौरा है।