नई दिल्ली, 23 जनवरी (आईएएनएस)। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शुक्रवार को भारत-अमेरिका संबंध को 21वीं सदी के लिए ‘निर्णायक’ करार देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध को मजबूती देना उनकी विदेश नीति का मुख्य हिस्सा रहा है।
ओबामा ने ‘इंडिया टुडे’ पत्रिका को दिए साक्षात्कार में कहा, “मेरे पदभार ग्रहण करने के बाद से दोनों देशों के बीच संबंध को मजबूती देना मेरी विदेश नीति का मुख्य हिस्सा रहा है।”
क्या वह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बर्बाद हुए समय की भरपाई करने की कोशिश कर रहे हैं? ओबामा ने कहा, “मैं अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के कुछ समय बाद ही भारत दौरे पर पहुंचा था, क्योंकि मेरा यह दृढ़ विश्वास है कि अमेरिका और भारत के साथ संबंध 21वीं सदी में निर्णायक हो सकते हैं।”
अमेरिका के राष्ट्रपति तीन दिवसीय दौरे पर रविवार को भारत पहुंचने वाले हैं। उन्होंने कहा, “हम स्वाभाविक साझीदार और दो महान लोकतंत्र हैं। हमारी ताकत सत्ता और जनता की संभावनाओं में मौजूद है। एक उद्यमी समाज के रूप में हम नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वैश्विक नेता हैं।”
उन्होंने कहा, “भारत के महत्वपूर्ण क्षेत्रों को देखते हुए हम अपने एशिया-प्रशांत में सुरक्षा और समृद्धि को लेकर साझेदारी बढ़ा सकते हैं। जब भारत और अमेरिका साथ हैं तो दोनों देश और विश्व ज्यादा सुरक्षित और समृद्ध है।”
ओबामा ने कहा कि जब उन्होंने 2010 में अपने भारत दौरे के दौरान भारतीय संसद को संबोधित किया था तो उन्होंने अपने इस दृष्टिकोण को पेश किया था कि ‘किस प्रकार हम वैश्विक चुनौतियों से दो-चार होते हुए वैश्विक साझीदार बन सकते हैं।’