नई दिल्ली, 27 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमन ने मंगलवार को कहा कि आगामी बजट के बाद अमेरिका तथा भारत निवेश आकर्षित करने के लिए प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों को चिन्हित करेंगे।
अमेरिकी वाणिज्य सचिव पेन्नी प्रिटकर से मुलाकात के बाद मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी मिलकर चर्चा करेंगे तथा उन क्षेत्रों को चिन्हित करेंगे, जिनमें निवेश किया जा सकता है।
बैठक के बाद उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “वे (अधिकारी) बैठेंगे और निवेश की संभावना वाले क्षेत्रों को चिन्हित करेंगे।”
सीतारमन ने भारत के लघु तथा मध्यम उपक्रमों में साझा प्रौद्योगिकी तथा निवेश बढ़ाने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, “हमने उन संभावनाओं के बारे में बातचीत की है, जिसके तहत प्रौद्योगिकी को साझा किया जा सकता है और लघु तथा मध्यम उपक्रमों में निवेश बढ़ाने में मदद मिल सकती है।”
उन्होंने कहा, “हमें एक कार्यदल की जरूरत है, जो निवेश पाने के लिए काम कर सके तथा निवेश के लिए प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों को चिन्हित करे।”
इस दौरान बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) नीति पर अमेरिका का दृष्टिकोण जानना चाहा और सीतारमन ने टोटलाइजेशन एग्रीमेंट तथा वीजा से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति के दौरे के दौरान चर्चा होने वालों में आईपीआर एक बेहद महत्वपूर्ण मुद्दा था।