अबुजा (नाइजीरिया), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। नाइजीरिया के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मुहम्मदू बुहारी का भारत से गहरा संबंध रहा है। पूर्व सैन्य तानाशाह बुहारी ने वेलिंगटन स्थित इंडियन डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज से साल 1973 में स्नातक की उपाधि हासिल की है।
अबुजा (नाइजीरिया), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। नाइजीरिया के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मुहम्मदू बुहारी का भारत से गहरा संबंध रहा है। पूर्व सैन्य तानाशाह बुहारी ने वेलिंगटन स्थित इंडियन डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज से साल 1973 में स्नातक की उपाधि हासिल की है।
ऑल प्रोग्रेसिव कांग्रेस (एपीसी) के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार मेजर जनरल बुहारी ने राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन को भारी मतों के अंतर से पराजित किया। स्वतंत्र राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग द्वारा आधिकारिक घोषणा के पूर्व ही जोनाथन ने बुहारी को चुनाव जीतने के लिए बधाई दे दी। यह पहला मौका है जब देश के राष्ट्रपति चुनाव में किसी विपक्षी उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है।
स्वतंत्र राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग द्वारा आधिकारिक घोषणा के मुताबिक, चुनाव में बुहारी को 15,424,921 मत मिले, जबकि जोनाथन को 12,853,162 मत मिले। बुहारी ने जोनाथन को 2,571,759 मतों के अंतर से हराया।
उनका जन्म 17 दिसंबर, 1942 को कतसिना राज्य के दौरा में हुआ था। वह अपने माता-पिता की 23वीं संतान थे। बुहारी जब चार वर्ष की उम्र के थे, तभी उनके पिता अदामू का देहांत हो गया था।
बुहारी साल 1961 में नाइजीरिया की सेना में शामिल हुए थे और कदुना के नाइजीरिया मिल्रिटी ट्रेनिंग कॉलेज में प्रशिक्षण लिया था। ब्रिटेन के एल्डरशॉट में मॉन्स ऑफिसर कैडेट स्कूल में साल 1962-73 के दौरान वह ऑफिस कैडेट थे। साल 1963 में उन्हें सेकंड लेफ्टिनेंट बनाया गया था।
उन्होंने साल 1965-1967 तक द्वितीय पैदल सेना बटालियन के कमांडर के रूप में काम किया और बाद में साल 1967 में अप्रैल से जुलाई तक पहले पैदल सेना डिविजन के दूसरे सेक्टर में ब्रिगेड मेजर के तौर पर काम किया।
बुहारी को जुलाई 1967 से अक्टूबर 1968 तक तीसरी पैदल सेना ब्रिगेड में ब्रिगेड मेजर तथा साल 1970-71 तक 31वीं पैदल सेना ब्रिगेड में मेजर/कमांडेंट रहे।
साल 1978-79 के दौरान उन्हें सेना मुख्यालय में सैन्य सचिव बनाया गया। इसी दौरान वह सुप्रीम मिलिट्री काउंसिल के सदस्य रहे। मेजर जनरल बुहारी ने साल 1979-80 के दौरान अमेरिका के पेंसिलवेनिया के कार्लिस्ले स्थित यूएस आर्मी वार कॉलेज से सामरिक अध्ययन में स्नातकोत्तर की उपाधि ली।
दिवंगत जनरल मुर्तला मोहम्मद के अगस्त 1975 में तख्तापलट के बाद उन्हें पूर्वोत्तर राज्य का गवर्नर नियुक्त किया गया। देश के सैन्य प्रमुख जनरल ओलूसेगन ओबसांजो ने मार्च 1976 में मेजर जनरल बुहारी को पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक स्रोतों के लिए संघीय आयुक्त नियुक्त किया।
सैन्य तख्तापलट के बाद बुहारी 31 दिसंबर, 1983 से 27 अगस्त, 1985 तक देश के प्रमुख रहे। नागरिक शासन की शुरुआत के बाद उन्हें साल 2003, 2007 तथा 2011 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में शिकस्त का सामना करना पड़ा।