पुणे, 18 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार (एनएफएआई) को बांग्लादेश फिल्म अभिलेखागार की ओर से लोकप्रिय बांग्ला फिल्म ‘देवदास'(1935) एक बहुमूल्य कॉपी मिली है। भारत कई वर्षो से यह कॉपी पाने की राह देख रहा था।
प्रथमेश सी. बरुआ द्वारा निर्देशित यह बांग्ला फिल्म अब तक भारत में उपलब्ध नहीं थी। एनएफएआई के प्रयासों से अब इसका एक डीवीडी प्रारूप मिल गया है।
एनएफएआई के निदेशक प्रकाश मगदूम ने बताया, “फिल्म अभिलेखागार के इतिहास में यह क्षण एक मील का पत्थर है, क्योंकि यह भारतीय धरोहर के लिए महत्वपूर्ण फिल्म है और हमारे संग्रह लिए बहुत महत्वपूर्ण है।”
बांग्ला फिल्म ‘देवदास’ के सभी भारतीय पिंट्र दशकों पहले ही नष्ट हो गए थे। वर्तमान में फिल्म की एक ही कॉपी बची है, जो बीएफएआई के पास थी।
बीएफएआई ने महानिदेशक मोहम्मद जहांगीर हुसैन ने बताया कि भारत 30 साल से ‘देवदास’ की प्रति चाह रहा था।
एनएफएआई के पास ‘देवदास’ के पांच संस्करण हैं। जिसमें चार हिंदी संस्करण (1935, 1955, 2002, 2009) सहित एक तेलुगू संस्करण (1953) भी शमिल है।