केन्द्रीय फ़िल्म प्रमाणन बोर्ड फिल्मों में ऐसे ‘आपत्तिजनक’ और ‘अभद्र’ शब्दों की एक सूची जारी की है, फ़िल्मों में जिनके इस्तेमाल पर पाबन्दी लगा दी गई है ।
केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के प्रमुख पहलाज निहलानी ने बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि वे ऐसी फिल्मों को प्रमाणपत्र जारी नहीं करें जिनमें इन अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया गया हो। निहलानी ने बताया कि यह सिर्फ शुचिता लाने के लिए ऐसा किया गया है और विशेष रूप से इसका मकसद फ़िल्मकारों को फ़िल्म सेंसर बोर्ड के सामने आख़िरी समय में कष्ट से बचाना है।
इस मामले पर सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने कहा कि सरकार सेंसर बोर्ड के कामकाज में दखल नहीं देती है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि ‘ इस पत्र और सूची से ही सब कुछ समाप्त नहीं हो जाएगा, यह कोई अन्तिम निर्णय नहीं है।’