भोपाल– पत्रिका अख़बार में छापी गयी एक खबर भाजपा की तकलीफें बढ़ाने वाली खबर है।
मेनन के खिलाफ यौन शोषण के आरोप का मामला सवा दो साल से मप्र मानव अधिकार आयोग और जबलपुर पुलिस अधीक्षक के बीच जवाब तलब और रिमाइंडर के सिलसिले में धीमी गति से चल रहा है।
एसपी बार-बार यह जवाब भेज रहे हैं कि सुशीला मिश्रा नाम की किसी महिला ने ओमती थाने में कोई मामला दर्ज नहीं कराया है। जबकि राज्यपाल को भेजे गए शपथ पत्र में महिला मामला दर्ज नहीं किए जाने का भी आरोप लगाया था। आयोग अब इसी शपथ पत्र पर कार्रवाई कर रहा है। आयोग ने अब फिर एसपी से दो हफ्ते में रिपोर्ट भेजने को कहा है। ऎसा नहीं करने पर एसपी को खुद आयोग के सामने पेश होना पड़ेगा।
मेनन की रंगीनी के साथ कैलाश का भी जिक्र
मप्र भाजपा के प्रदेश सह संगठन मंत्री (तब इसी पद पर थे) अरविंद मेनन विगत दो वर्षो से मेरे शरीर का भावनात्मक प्रलोभन देकर इस्तेमाल कर रहे हैं। दो वर्ष पूर्व वे मुझे जबलपुर हास्पिटल में नर्स लेखा नाडियर के माध्यम से मिले और शादी का प्रस्ताव रख प्रति सप्ताह जबलपुर के प्रसिद्ध होटलों में और एमपीईबी के गेस्ट हाउस में बुलाकर शारीरिक शोषण करते थे। मेनन मुझे मिसेज अरविंद मेनन कहकर पुकारते थे। प्रत्येक मुलाकात में 25,000 से एक लाख रूपए तक देते थे। मेनन के पास राइट टाउन जबलपुर में एक शानदार बंगला है और भेड़ाघाट रोड पर 15 एकड़ का फार्म हाउस है, जहां मेनन मुझे ले जाते हैं।
विगत तीन माह से मेनन मुझसे नहीं मिल रहे हैं और मेरा फोन भी नहीं उठा रहे हैं। मैं जब ओमती थाने पर शिकायत दर्ज कराने गई तो वहां पदस्थ थानेदार और एसडीओपी ने वरिष्ठ अधिकारियों से बात करके कहा कि आज के बाद मुंह खोला तो गला काटकर नर्मदा में फेंक दूंगा। डर के मारे में दोबारा थाने नहीं गई। अरविंद मेनन एक घटिया मानसिकता के घृणित व्यक्ति हैं। मेनन प्रतिदिन ब्लू फिल्म देखते हैं और मेरे साथ घोर व्यभिचार किया है। मेनन ने एक बार मुझे मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से मिलवाया था, और कहा कि ये प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। मेनन मुझे दिल्ली और बनारस ले जाते थे।
मेनन की सच्ची तस्वीर यह है कि उनके कम से कम 5 महिलाओं से संबंध हैं, मेनन द्वारा सभी औरतों के साथ शादी का वादा करके संबंध बनाया गया है। मेनन की जबलपुर, बनारस और दिल्ली में अकूत संपत्ति है, जो मेनन ने प्रदेश के मंत्रियों से पैसे लेकर तैयार की है। अरविंद मेनन प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का खास आदमी हैं और विजयवर्गीय ने मेनन के लिए 8 दुकानें खरीदी हैं। प्रदेश के मुखिया अरविंद मेनन के विरूद्ध कार्रवाई नहीं करेंगे, क्योंकि मेनन ने शिवराज को दबा रखा है। अत: निवेदन है कि मेनन के विरूद्ध एफआईआर भेजी जाए।
आखिर कहां गई महिला?
जिस शपथ पत्र के आधार पर मप्र राज्य मानवाधिकार आयोग सवा दो साल से लगातार कार्यवाही कर रहा है। जबलपुर एसपी से जवाब तलब किया जा रहा है, आखिर वह महिला सुशीला मिश्रा कहां गई? उसे ढूंढ निकालने की जिम्मेदारी आखिर पुलिस की नहीं है क्या? जबलपुर पुलिस वही जवाब घुमा फिराकर बार-बार आयोग को भेजने की कोशिश कर रही है, जो मेनन कह रहे हैं? आरोपी और पुलिस के जवाब में यह साम्य क्या असहज नहीं है? सत्ता पक्ष को घेरने में सवाल दर सवाल मामले उठाते विपक्ष को भी पुलिस से यह सवाल पूछना होगा कि आखिर उस महिला का क्या हुआ जिसे लेकर आयोग इतना गंभीर है?
रिमाइंडर का जवाब नहीं दे रहे एसपी
जबलपुर एसपी बार-बार रिमाइंडर भेजने पर भी आयोग को प्रतिवेदन नहीं भेज रहे हैं। अब उन्हें 29 जून को धारा13-2 के तहत नोटिस भेजकर दो सप्ताह में प्रतिवेदन भेजने को कहा गया है, अन्यथा धारा 13-4 के तहत व्यक्तिगत तौर पर पेश होने का नोटिस भेजा जाएगा। कुलदीप जैन, उप सचिव मप्र मानव अधिकार
मानव अधिकार आयोग के पत्रों के जबाव प्राथमिकता से भेजते हैं। इस मामले में हाल में कोई पत्र आया है, ऎसा मेरी जानकारी में नहीं आया है। इस बारे में दिखवाकर ही बात पाऊंगा।
-हरिनारायण चारी मिश्रा, एसपी जबलपुर
साभार -पत्रिका