पोर्ट ऑफ स्पेन (त्रिनिदाद), 31 जनवरी (आईएएनएस)। चार साल से टेस्ट टीम से बाहर चल रहे वेस्टइंडीज के हरफनमौला खिलाड़ी ड्वायन ब्रावो ने क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप को अलविदा कह दिया है। हाल ही में ब्रावो को विश्व कप के लिए घोषित कैरेबियाई टीम में भी शामिल नहीं किया गया था।
समाचार एजेंसी सीएमसी के अनुसार, 31 वर्षीय ब्रावो ने अपने करियर में 40 टेस्ट मैच खेले। उन्होंने वेस्टइंडीज की ओर से आखिरी बार दिसंबर 2010 में टेस्ट खेला, जब टीम श्रीलंका के दौरे पर थी।
हाल ही में उन्हें एकदिवसीय टीम की कप्तानी पद से भी हटा दिया गया और दक्षिण अफ्रीका दौरे सहित आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में होने वाले विश्व कप के लिए भी टीम में जगह नहीं मिली।
ब्रावो ने शुक्रवार देर शाम एक बयान जारी कर बताया कि उन्होंने वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआईसीबी) को अपने टेस्ट क्रिकेट से अलग होने के फैसले से अवगत करा दिया है। साथ ही ब्रावो ने कहा कि वह एकदिवसीय और टी-20 क्रिकेट खेलना जारी रखना चाहते हैं।
ब्रावो ने अपने करियर में खेले 40 टेस्ट मैचों में 31 की औसत से 2,200 रन बनाए। इसमें तीन शतक भी शामिल हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनका उच्चतम स्कोर 113 रन रहा, जो उन्होंने 2005 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया।
साथ ही ब्रावो ने 86 विकटे भी अपने नाम किए।
उन्हें 2013 में डारेन सैमी के स्थान पर कैरेबियाई एकदिवसीय टीम की कमान सौंपी गई। बीते साल अक्टूबर में वेतन विवाद को लेकर वेस्टइंडीज टीम द्वारा भारत दौरा बीच में रदद् किए जाने में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई थी, जिसके बाद डब्ल्यूआईसीबी से उनकी अनबन की खबरे भी सामने आईं।
माना जाता है कि इसी कारण उन्हें चयनकर्ताओं ने दक्षिण अफ्रीकी दौरे सहित विश्व टीम में जगह नहीं दी।