गुवाहाटी, 14 फरवरी (आईएएनएस)। असम में आदिवासियों की हत्या व हिंदीभाषी लोगों के अपहरण के लिए वांछित दो बोडो विद्रोहियों को सुरक्षा बलों ने रविवार को कोकराझार जिले में मार गिराया।
बोडोलैंड टेरिटोरियल एरिया डिस्ट्रिक्ट्स (बीटीएडी) में तैनात सुरक्षा बलों ने नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के शांतिवार्ता विरोधी दो कार्यकर्ताओं को कोकराझार में औजारगुड़ी में मार गिराया।
पुलिस ने कहा कि मारे एक विद्रोही की पहचान संजीब बसुमतारी उर्फ खरदेस के रूप में, जबकि दूसरे की पहचान जंगस्वरंग बसुमतारी उर्फ लडई के रूप में हुई है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को दिसंबर 2014 में आदिवासियों के संहार और उसी वर्ष जनवरी में हिंदीभाषी लोगों के अपहरण के लिए लडई की तलाश थी।
पुलिस ने कहा कि खरदेस भी कई ऐसी गतिविधियों में वांछित था।
भारतीय सेना और असम पुलिस के एक संयुक्त दल का रविवार तड़के विद्रोहियों के एक समूह से आमना-सामना हो गया।
विद्रोहियों ने सुरक्षाकर्मियों पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो विद्रोही घायल हो गए। दोनों घायलों को दोतमा स्थित एक अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृत विद्रोहियों के पास से 7.65 एमएम की दो पिस्तौल, कुछ गोला-बारूद बरामद हुए हैं।