बेंगलुरू-बेंगलुरू विश्वविद्यालय (बीयू) के छात्रों ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ भाजपा सरकार विश्वविद्यालय के अंदर गणेश मंदिर के निर्माण की अनुमति देकर परिसर का भगवाकरण करने की कोशिश कर रही है।
गणेश मंदिर के निर्माण के विरोध में छात्र पिछले तीन दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई हैं।
बैंगलोर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जयकारा शेट्टी ने कहा है कि मंदिर निर्माण का निर्णय उनके कार्यकाल के दौरान नहीं लिया गया था। उन्होंने कहा, निर्णय पहले किया गया था, लेकिन निर्माण कार्य अब शुरू हुआ है। छात्र मंदिर के मामले में विरोध नहीं कर सकते।
शेट्टी ने छात्रों के विरोध-प्रदर्शन के चलते मंदिर के निर्माण कार्य को रोकने का निर्देश जारी किया।
पोस्ट ग्रेजुएशन एंड रिसर्च स्टूडेंट्स फेडरेशन समेत छात्रों और संगठनों ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर वे मंदिर का निर्माण जारी रखते हैं, तो वे उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे।
विश्वविद्यालय अधिकारियों द्वारा उनके खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराने से छात्र संगठन नाराज हैं।
आंदोलनकारी छात्रों का आरोप है कि सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा यह परिसर का भगवाकरण करने और एजेंडे को लागू करने का प्रयास था।
छात्रों ने कहा कि यूजीसी गाइड्लाइंस के मुताबिक, विश्वविद्यालय में मंदिर, चर्च और मस्जिद जैसे धार्मिक पूजा स्थलों के निर्माण की अनुमति नहीं दी है।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने कहा कि एंट्री गेट के पास कुछ साल पहले गणेश मंदिर था, जिसे सड़क चौड़ीकरण के लिए ध्वस्त कर दिया गया था। तब बैंगलोर विश्वविद्यालय ने बीबीएमपी के साथ मंदिर को फिर से स्थापित करने के लिए एक समझौता किया था।
उच्च शिक्षा विभाग के सूत्रों ने कहा कि मंदिर परिसर में किसी भी कीमत पर बनाया जाएगा। वहीं सैकड़ों छात्र खुलेआम चुनौती दे रहे हैं कि वे कैंपस में मंदिर नहीं बनने देंगे।