लखनऊ, 14 जून(आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) को रोजाना अपने क्षेत्र के स्कूलों में भ्रमण करने का शुक्रवार निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने यहां लोकभवन में उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा एवं बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुए जिला विद्यालय निरीक्षकों, बेसिक शिक्षा अधिकारियों और संयुक्त शिक्षा निदेशकों समेत विभाग से जुड़े सभी अफसरों को निर्देश दिया कि वे शिविर कार्यालय की प्रथा तत्काल बंद कर दें, और सभी अफसर अपने सरकारी कार्यालय में बैठ कर कार्य करें।
समीक्षा बैठक के बाद जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा, “वर्षो से एक ही जगह जमे हुए बाबुओं को तत्काल हटाने का कार्य होना चाहिए। क्योंकि ये बाबू आप लोगों के कैरियर पर दाग लगाने का काम कर रहे हैं। सभी लोग रोजाना अपने क्षेत्र के स्कूलों का भ्रमण भी करें।”
आदित्यनाथ ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रदेश के हर विद्यालय में रैंडम चेकिंग और सरप्राइज विजिट जरूर होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अफसरों को मुख्यालय में बैठने की कोई जरूरत नहीं है, वे फील्ड में जाने की आदत डालें।
बयान के अनुसार, योगी ने कहा, “स्कूलों में बनने वाले मिड-डे मील की समय-समय पर जांच सुनिश्चित की जाए, जिससे उसकी गुणवत्ता और व्यवस्था बेहतर बनी रहे। जनपदों में तैनात विभागीय अधिकारियों को प्रधानाचार्यो, अध्यापकों और अन्य विभागीय कर्मचारियों के साथ संवाद स्थापित करना चाहिए। स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थानों का निरंतर भ्रमण जरूरी है। इसी तरह आप सभी अफसर प्रधानाचार्यो को बताएं कि साल में दो बार अभिभावकों के साथ मीटिंग जरूर करें।”
मुख्यमंत्री ने कहा है, “सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में पुरातन छात्र परिषद का गठन जरूर होना चाहिए। खासकर बेसिक शिक्षा में पुरातन छात्र परिषद का गठन अति जरूरी है। पुराने छात्रों को 15 अगस्त, 26 जनवरी या अन्य किसी कार्यक्रम में आमंत्रित कर उन्हें सम्मानित करें।”
उन्होंने कहा है कि स्कूलों में बिना परमिट के कोई भी वाहन नहीं चलने चाहिए। उन्होंने मुख्य सचिव अनूप चंद्र पाण्डेय को निर्देश दिया है कि स्वयं सभी जिलों के जिला अधिकारियों व पुलिस अफसरों को पत्र लिख कर इस बात को सुनिश्चित करें कि बिना परमिट के कोई वाहन नहीं चल रहे हैं।
योगी ने कहा है कि वह खुद 21 जून से प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में निरीक्षण के लिए निकलेंगे। इस दौरान वह स्कूलों का भी औचक निरीक्षण करेंगे। इसलिए शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी अपने-अपने कार्यक्षेत्र में पड़ने वाले सभी स्कूलों की साफ-सफाई और अन्य कार्य बेहतर करें।