नई दिल्ली, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने बुधवार को लोकसभा में बुलेट ट्रेन योजना का बचाव करते हुए कहा कि इससे देश में नई प्रौद्योगिकी आएगी और रेल सुरक्षा बढ़ेगी।
प्रभु ने कहा कि जापान दुनिया में सबसे सुरक्षित रेलगाड़ियों का संचालन करता है और उसके साथ सहयोग करने से भारत को प्रौद्योगिकी की जानकारी मिलेगी।
प्रभु ने कहा, “बुलेट ट्रेन में काम आने वाले प्रौद्योगिकी से सामान्य रेलगाड़ियों की सेवाएं सुधारने और सिग्नलिंग प्रणाली के एकीकरण में मदद मिलेगी।”
प्रभु ने कहा कि मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलाई जाने वाली बुलेट ट्रेन के लिए इंगित भारी-भरकम कोष वस्तुत: जापान की वित्तीय सहायता के आधार पर तय किया गया है और इससे देश में सामान्य रेलगाड़ियों के परिचालन में समस्या नहीं आएगी।
उन्होंने कहा कि प्रस्तावित बुलेट ट्रेन और सामान्य रेलगाड़ियों के बीच कोई टकराव नहीं है।
उन्होंने कहा, “अहमदाबाद और मुंबई के बीच प्रस्तावित बुलेट ट्रेन रेलवे में भारत-जापान सहयोग का बस एक छोटा-सा हिस्सा है।”
उन्होंने हैरानी जताई कि देश में बुलेट ट्रेन शुरू करने के विरोध में दुष्प्रचार किया जा रहा है।
प्रभु ने कहा कि वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद से रेल क्षेत्र में जापान के साथ सहयोग बढ़ा है।
मंत्री ने बताया कि इलाहाबाद और मुगलसराय के बीच का मार्ग काफी व्यस्त होने के कारण दिल्ली और कोलकाता के बीच उच्च रफ्तार की रेल सेवा नहीं चलाई जा सकती है।
उन्होंने कहा, “हम स्थिति सुधारने की कोशिश कर रहे हैं।”
लोकसभा में मंगलवार को रेलवे के लिए अनुदान मांगों पर बहस के दौरान प्रभु ने बुलेट ट्रेन की आलोचना को दरकिनार करते हुए कहा कि सरकार ने जापान से 0.1 फीसदी ब्याज दर पर एक लाख करोड़ रुपये का ऋण हासिल कर लिया है।