ब्रिजटाउन (बारबाडोस), 1 मई (आईएएनएस)। वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआईसीबी) के अध्यक्ष डेव कैमरन ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के साथ द्विपक्षीय संबंधों की बहाली का स्वागत किया है।
इसके तहत वेस्टइंडीज की क्रिकेट टीम चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए जुलाई में भारत आएगी।
सीएमसी की रिपोर्ट के अनुसार, दो साल पहले वेस्टइंडीज टीम द्वारा भारत में दौरे को बीच में छोड़कर जाने पर दोनों पक्षों के बीच विवाद खड़ा हुआ था। लेकिन, अब इसे खत्म करते हुए बीसीसीआई ने डब्ल्यूआईसीबी के साथ अपने संबंधों की बहाली की घोषणा की।
वेस्टइंडीज टीम ने डब्ल्यूआईसीबी के साथ आय के मुद्दे पर विवाद के बाद भारत में एकदिवसीय दौरे को बीच में छोड़ दिया था। इस वजह से दोनों देशों के बोर्ड के बीच विवाद खड़ा हो गया था।
कैमरन ने अपने एक बयान में कहा, “हम अधूरे दौरे के कारण पैदा हुई चिंताओं के दूर होने पर काफी खुश हैं और द्विपक्षीय संबंधों की बहाली के लिए बीसीसीआई का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं।”
डब्ल्यूआईसीबी के अध्यक्ष ने कहा, “वेस्टइंडीज क्रिकेट जगत, बीसीसीआई के समर्थन की प्रशंसा करता है। क्रिकेट प्रेमी दोनों देशों के बीच होने वाले रोमांचक मुकाबले का इंतजार कर रहे हैं।”
पिछले साल दिसम्बर में डब्ल्यूआईसीबी ने बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर के साथ बातचीत के बाद भारत के साथ चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला खेलने की घोषणा की थी।
यह समझौता दोनों बोर्डो के बीच द्विपक्षीय संबंधों की बहाली के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था। बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को आगामी श्रंखला के महत्व को रेखांकित किया।
उन्होंने कहा, “इस दौरे से भारत और वेस्टइंडीज के प्रशंसकों के बीच का रिश्ता और भी सशक्त होगा, जिन्होंने वर्षों से क्रिकेट के इस शानदार खेल को संरक्षण दिया है।”
बीसीसीआई ने वेस्टइंडीज टीम के कारण हुए विवाद के बाद डब्ल्यूआईसीबी के साथ सभी संबंधों को निलंबित कर दिया था। इसके साथ ही उस पर मैच रद्द होने के कारण हुए घाटे के लिए 4.2 करोड़ डॉलर देने का दावा भी किया था।
बीसीसीआई ने इस दावे के साथ डब्ल्यूआईसीबी पर कानूनी कार्रवाई करने की धमकी भी दी थी, लेकिन सभी मुद्दों के सुलझने के बाद 4.2 करोड़ डॉलर के दावे को भी माफ कर दिया गया है।