चेन्नई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) 2 मार्च को यहां अपनी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) का आयोजन करेगा। बोर्ड की कार्यकारिणी ने रविवार को हुई बैठक में इस बात का निर्णय लिया।
सर्वोच्च न्यायालय ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण में हुए स्पॉट फिक्सिंग एवं सट्टेबाजी मामले की सुनवाई करते हुए 22 जनवरी को कहा था कि निवार्सित अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन तब तक अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ सकते, जब तक वह आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक रहते हुए ‘हितों के टकराव’ की स्थिति में रहते हैं।
न्यायालय ने पूरे मामले में सुपर किंग्स के अधिकारी और श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन को सट्टेबाजी का दोषी पाया था। साथ ही न्यायालय ने बीसीसीआई को चुनाव कराने के लिए छह सप्ताह का समय दिया था।
बीसीसीआई ने एक बयान जारी कर कहा कि कार्यकारिणी ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की विवेचना करते हुए कानूनी सलाह का अनुसरण करने का फैसला किया।
यह हालांकि अभी साफ नहीं है कि श्रीनिवासन ‘हितों के टकराव’ संबंधित आरोप से बाहर आने के लिए क्या कदम उठाएंगे जिसके अनुसार वह एक साथ बीसीसीआई के अध्यक्ष पद और चेन्नई सुपर किंग्स के सहमालिक नहीं बने रह सकते।
श्रीनिवासन ने इस बैठक में तमिलनाडु क्रिकेट संघ (टीएनसीए) के अध्यक्ष के तौर पर हिस्सा लिया और बीसीसीआई के सदस्यों से बिहार क्रिकेट संघ (सीएबी) के सचिव आदित्य वर्मा के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की अपील की।
गौरतलब है कि वर्मा 2013 में हुए आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में याचिकाकर्ता हैं और माना जा रहा है कि श्रीनिवासन ने अपने विश्वासपात्र कुछ अधिकारियों को उस व्यक्ति का पता लगाने को कहा है जिसने वर्मा को उनके खिलाफ मुकदमा लड़ने के लिए वित्तीय सहायता दी।
श्रीनिवासन ने बीसीसीआई प्रमुख का मुकदमा लड़ने के संबंध में अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने अपनी करीबी लोगों को बता दिया है कि वह बीसीसीआई के अगले मुखिया नहीं होंगे। बैठक में हालांकि इस संबंध में किसी और नाम पर चर्चा भी नहीं हुई।
श्रीनिवासन ने भी कोई नाम नहीं सुझाया हालांकि पूर्व आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला और बीसीसीआई के अंतरिम अध्यक्ष शिवलाल यादव का नाम सबसे आगे चल रहा है।
साथ ही समिति ने इस बैठक में पूर्व क्रिकेट खिलाड़ियों को दी जाने वाली पेंशन में 50 फीसदी इजाफा भी किया है। इस साल जनवरी से अब खिलाड़ियों को पेंशन के तौर पर 50 हजार रुपये मिला करेंगे।