नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस)। कॉल ड्रॉप की समस्या दूर करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) पांच अन्य दूरसंचार कंपनियों के साथ इंट्रा सर्किल रोमिंग समझौते पर बातचीत कर रही है। यह जानकारी कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव ने दी।
उन्होंने हालांकि कहा कि अभी कुछ विशेष प्रगति नहीं हो सकी है, क्योंकि इस विषय पर सरकार नियम बना रही है।
श्रीवास्तव ने आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में कहा, “भारती एयरटेल, रिलायंस जियो, वोडाफोन इंडिया, रिलायंस कम्युनिकेशंस और यूनीनॉर के साथ बातचीत चल रही है।”
उन्होंने कहा, “सभी कंपनियों के साथ कुछ परीक्षण चल रहे हैं। इसके बाद समझौते किए जाएंगे। एक-दो महीने में हम समझौते करने की स्थिति में पहुंचेंगे।”
इंट्रा-सर्किल रोमिंग समझौता होने पर विभिन्न कंपनियां एक-दूसरे के स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल कर सकेंगी। इससे वे उन जगहों पर भी सेवा दे सकेंगी, जहां उनके स्पेक्ट्रम नहीं हैं।
इसका सबसे अधिक लाभ आम ग्राहकों को होगा।
उन्होंने इस संदेह को भी दूर करने की कोशिश की कि बीएसएनएल सिर्फ एक कंपनी के साथ समझौता करना चाहती है।
सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) द्वारा संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद तथा बीएसएनएल प्रमुख को भेजे गए पत्र में जताए गए संदेह पर उन्होंने कहा कि किसी भी एक कंपनी को तरजीज नहीं दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि सभी कंपनियों के साथ समानता का व्यवहार किया जाना चाहिए, और सभी को समान अवसर दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अभी तो देश में स्पेक्ट्रम साझेदारी और व्यापार पर कोई दिशानिर्देश ही नहीं आया है, इसलिए यह सवाल ही अभी पैदा नहीं होता है।
सीओएआई के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यूज ने आईएएनएस से कहा है कि उनके संदेह को दूर करने के लिए अभी तक दूरसंचार विभाग से कोई जवाब नहीं मिला है।
मैथ्यूज ने कहा, “बीएसएनएल के विशाल स्पेक्ट्रम का पूरा दोहन नहीं हुआ है। हमने सुना है कि वह कुछ चुनी हुई कंपनियों के साथ ही रोमिंग समझौता करने जा रही है।”
उन्होंने कहा, “हम सिर्फ यह चाहते हैं कि प्रक्रिया पारदर्शी हो। सभी कंपनियों को समान अवसर दिया जाए।”