पटना, 26 जनवरी (आईएएनएस)। बिहार में मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने 66वें गणतंत्र दिवस पर ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में झंडा फहराया और राज्य के लोगों से सांप्रदायिक सौहार्द व समाज में सद्भावना बनाए रखने की अपील की।
राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी के पश्चिम बंगाल के कोलकता में ध्वारोहण समारोह में भाग लेने के कारण मुख्यमंत्री मांझी ने गांधी मैदान में तिरंगा फहराया। अब तक परंपरा के अनुसार राज्यपाल ही गणतंत्र दिवस के मौके पर गांधी मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराते रहे हैं, लेकिन इस बार मांझी ने ध्वजारोहण किया, क्योंकि त्रिपाठी पश्चिम बंगाल के भी राज्यपाल हैं और इसलिए वे ध्वारोहण समारोह में भाग लेने के लिए कोलकाता चले गए।
लोगों को संबोधित करते हुए मांझी ने कहा कि सरकार बिहार को विकसित राज्य की श्रेणी में लाने के लिए कटिबद्ध है, जिसमें जनता की भागीदारी जरूरी है।
इस मौके पर मंत्री परिषद के कई सदस्य एवं राज्य के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे। इसके पूर्व मांझी ने मैदान में परेड की सलामी ली।
मुख्यमंत्री ने राज्य के चौतरफा विकास तथा बिहार को विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल कराने के लिए सभी से आगे आने का आह्वान किया।
मांझी ने बिहार के विकास का दावा करते हुए कहा कि कानून का राज्य स्थापित करने के लिए राज्य में पुलिस आधुनिकीकरण के लिए लगातार काम किए जा रहे हैं। विधि-विज्ञान प्रयोगशाला प्रारंभ कर इसे मजबूत किया जा रहा है। आधारभूत संरचना को मजबूत करने के लिए 209 पुलिस भवन का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है, जबकि 455 भवन के निर्माण का कार्य प्रगति पर है। भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए लगातार कोशिशें की जा रही हैं।
उन्होंने बिजली क्षेत्र में हुई प्रगति का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार आगे बढ़ रहा है और इस क्षेत्र में राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास हो रहे हैं। राज्य में महिलाओं के सशक्तीकरण और शिक्षा के क्षेत्र में लगातार काम किए जा रहे हैं।
गांधी मैदान पहुंचने के पूर्व मुख्यमंत्री ने करगिल चौक पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
गणंतत्र दिवस समारोह में 13 विभागों की झांकियां भी निकाली गईं, जिसमें बिहार की प्रगति के रंग दर्शाए गए। राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, सांस्कृतिक निदेशालय, उद्योग विभाग तथा ‘विकासशील बिहार का आधार सामाजिक सुरक्षा’ की थीम पर आधारित समाज कल्याण विभाग की झांकी प्रस्तुत की गई।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर गांधी मैदान में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे।