पटना, 20 फरवरी (आईएएनएस)। बिहार में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति तथा करों (टैक्स) में वृद्घि के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के तहत शनिवार को जन अधिकार पार्टी की ओर से आहूत एकदिवसीय बिहार बंद का मिलाजुला असर देखा जा रहा है।
मधेपुरा से सांसद पप्पू यादव की पार्टी की ओर से आहूत बंद के समर्थन में निकले प्रदर्शनकारियों ने राज्य के कई शहरों व इलाकों में जगह-जगह सड़क जाम कर दिया तथा सड़क पर आगजनी की। कई रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों को रोकने की भी कोशिश की गई।
पुलिस के अनुसार, बंद समर्थकों ने शनिवार सुबह से ही सड़कों पर प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने सरकार विरोधी नारे लगाए। राजधानी पटना के विभिन्न मागरें को बंद समर्थकों ने जाम कर दिया और दुकानें भी बंद करवाई गईं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने राजेंद्र नगर टर्मिनल पर भी कई ट्रेनों को रोक दिया। हालांकि बाद में रेलवे पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रेल पटरी से हटा दिया।
बंद को लेकर सड़क पर उतरे जन अधिकार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह कुशवाहा ने पूरे राज्य में बंद के आह्वाहन को सफल बताते हुए कहा कि राज्य में प्रतिदिन दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं और लूट तथा हत्या की घटनाएं बढ़ गई हैं, लेकिन सरकार मौन है।
बंद के कारण वाहनों के परिचालन पर भी असर देखा जा रहा है।
राज्य के हाजीपुर, औरंगाबाद, पूर्णिया, बाढ़, आरा में बंद समर्थक सड़कों पर उतरे। उन्होंने हाजीपुर में महात्मा गांधी सेतु जाम करने की कोशिश भी की। वे नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के आरोपी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक राजबल्लभ प्रसाद यादव की गिरफ्तारी की भी मांग कर रहे हैं। उनका आरोप है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ चुकी है।
बंद को लेकर पटना में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।