पटना, 24 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि बिहार की राजनीति में ‘अपवित्र’ और ‘अनैतिक’ गठबंधन आकार ले रहा है, लेकिन उससे यहां की जनता इत्तेफाक नहीं रखती। उन्होंने कहा कि जनता परिवार से ‘जनता’ निकल गई है, सिर्फ ‘परिवार’ बचा है।
शाह ने पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा ने बिहार में 75 लाख लोगों को सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है, जबकि देश के लिए यह लक्ष्य 10 करोड़ का है।
उन्होंने कहा, “बिहार में भाजपा-जनता दल (युनाइटेड) गठबंधन टूटने के बाद एक बार फिर में जंगल राज कायम हो गया है, जिससे यह साबित होता है कि बिहार में भाजपा के कारण ही लोगों को सुशासन का एहसास हुआ था।”
बिहार विधानसभा चुनाव में नेतृत्व के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी तक पार्टी में इसको लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है और यह काम पार्टी के संसदीय बोर्ड का है।
शाह ने इस दौरान बिहार में भाजपा की 185 सीटों पर जीत का दावा किया।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के संबंध में भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार की प्राथमिकता बिहार का विकास है। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में जितने भी वादे लोगों से किए हैं, उन्हें पूरा करने के लिए मोदी सरकार एक निश्चित रूपरेखा पर काम कर रही है।
काला धन वापस लाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस मामले में मोदी सरकार ने जो किया, पहले की किसी सरकार ने नहीं किया। इसके लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया।
शाह ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित करना मोदी सरकार की जीत है।