पटना, 4 मई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए शनिवार शाम प्रचार का शोर थम जाएगा। इस चरण में सोमवार को बिहार के पांच लोकसभा क्षेत्रों – सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण और हाजीपुर में मतदान होना है। इस बीच, प्रचार के अंतिम दिन दोनों महागठबंधनों ने प्रचार को लेकर अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन जनता दल-युनाइटेड (जद-यू) के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव अंतिम दिन इन क्षेत्रों में अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे।
बिहार राज्य निर्वाचन विभाग के अनुसार, इस चरण में 87 लाख से ज्यादा मतदाता 82 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। मतदाताओं के लिए इन क्षेत्रों में 8,899 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
पांचवें चरण में मधुबनी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री हुकुमदेव नारायण यादव के पुत्र अशोक यादव को प्रत्याशी बनाया है, जबकि महागठबंधन की ओर से इस सीट पर विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के बद्री पूर्वे ताल ठोंक रहे हैं। मधुबनी से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद भी बतौर निर्दलीय चुनावी मैदान में हैं। इधर, लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान की परंपरागत सीट हाजीपुर से इस बार उनके भाई और राज्य सरकार के मंत्री पशुपति कुमार पारस चुनाव लड़ रहे हैं। यहां उनका मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के शिवचंद्र राम से है।
इसके अलावा, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की परंपरागत सीट सारण से इस बार उनके समधी चंद्रिका राय का मुकाबला पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी से है। सीतामढ़ी से राजद के अर्जुन राय और जद-यू के सुनील कुमार पिंटू के बीच मुकाबला है जबकि मुजफ्फरपुर में भाजपा के अजय निषाद और वीआईपी के राजभूषण चौधरी के बीच लड़ाई है।
उल्लेखनीय है कि बिहार में लोकसभा चुनाव के सभी सात चरणों में मतदान होना है। पहले चार चरणों के मतदान में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 19 सीटों पर मतदान हो चुका है।