पटना, 3 मई (आईएएनएस)। बिहार उद्यमी संघ (बीईए) राज्य में पूर्वी भारत का पहला ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ स्थापित करेगा।
बिहार उद्यमी संघ के महासचिव अभिषेक सिंह ने यहां शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सामान्य रूप से सोचने, समझने, सीखने और निर्णय लेने के कौशल की आवश्यकता वाले कार्यो को एक मशीन से करवाने की क्षमता रखता है।”
उन्होंने कहा, “इसका कार्यान्वयन विज्ञापन, बायोफार्माश्युटिकल, उपभोक्ता उत्पाद, शिक्षा, ऊर्जा, वित्तीय संस्थानों, स्वास्थ्य देखभाल दाताओं, प्रदाताओं और सेवाओं, बीमा, मीडिया और मनोरंजन, चिकित्सा उपकरणों, भवन निर्माण सामग्री, सरकारी संगठनों, खुदरा, दूरसंचार, परिवहन, पर्यटन, नौवहन और रसद सहित क्षेत्रों में चमत्कार कर सकता है।”
सिंह ने कहा, “आगामी दशक को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) द्वारा संचालित किया जाना तय है। इसे भारत सरकार के नीति निर्माताओं ने भी स्वीकार किया है, जिसमें नीति आयोग भी शामिल है। एआई की उपयोगिता लगभग हर ऐसे काम में है, जो हम करते हैं। यह कई मायनों में समय, संसाधन और प्रयास बचा सकता है।”
बिहार उद्यमी संघ के अनुसार, पहले चरण में चार पाठ्यक्रमों -फाउंडेशन कोर्स, शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम, प्रोडक्ट इनोवेटर कोर्स और स्टार्ट-अप्स कोर्स -को शामिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सहित प्रमुख बोर्डो ने भी अपने पाठ्यक्रम में एआई को शामिल किया है।