संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने यहां गुरुवार को संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने हालांकि, इस पत्र की विषयवस्तु के बारे में चर्चा करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह समझ लेना सुरक्षित है कि इस पत्र में बान की मून ने पश्चिमी सहारा में एक शरणार्थी शिविर में रहने वालों और क्षेत्र में नियंत्रण किए बैठे लोगों की स्थिति की तुलना की है।
मोरक्को इस बयान से बहुत परेशान है। मोरक्को पश्चिमी सहारा में संयुक्त राष्ट्र मिशन ‘एमआईएनयूआरएसओ’ से अपना समर्थन वापस ले चुका है।
दुजारिक ने कहा, “हमें पूरी उम्मीद है कि हम संयुक्त राष्ट्र और मोरक्को के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच विचार-विमर्श करा पाएंगे। हमने संकेत दे दिया है कि हम इस मुद्दे पर एक सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ना चाहेंगे।”