नई दिल्ली, 4 फरवरी- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में मंगलवार को एक बार फिर बाटला हाउस एनकाउंटर का मुद्दा उठाया है। उन्होंने यहां द्वारका में मंगलवार को आयोजित एक सभा में कहा कि दिल्ली में ऐसा नेतृत्व चाहिए, जो सीएए, अनुच्छेद 370 जैसे राष्ट्रीय सुरक्षा के तमाम फैसलों पर देश का साथ दे। इससे पहले सोमवार को कड़कड़डूमा की सभा में भी मोदी ने बाटला हाउस एनकाउंटर की चर्चा की थी।
मोदी ने कहा, “ये लोग बाटला हाउस के आतंकियों के लिए रो सकते हैं, उनका साथ देने के लिए सुरक्षाबलों को कठघरे में खड़ा कर सकते हैं, लेकिन दिल्ली का विकास नहीं कर सकते।”
प्रधानमंत्री मोदी ने सवाल उठाया कि अपनी राजनीति के लिए, तुष्टिकरण के लिए, लोगों को भड़काने वाले लोग क्या दिल्ली का भला कर सकेंगे?
उन्होंने कहा, “दिल्ली को ऐसी सरकार भी चाहिए जो समय आने पर देश के पक्ष को मजबूत करे, हमारे वीर सैनिकों के साथ खड़ी हो। दिल्ली को ऐसी राजनीति नहीं चाहिए, जो आतंकी हमलों के समय में भारत के पक्ष को कमजोर करे और जो अपने बयानों से दुश्मन को भारत पर वार करने का मौका दे।”
प्रधानमंत्री मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर सेना की बहादुरी पर शक करने का आरोप भी लगाया।
उन्होंने कहा, “सर्जिकल और एयर स्ट्राइक जैसे फैसलों के बाद किस तरह के बयान आए, उस समय यहां की सरकार में बैठे लोगों ने कैसे बयान दिए थे, वो आपको याद है न।”
मोदी ने कहा कि ऐसे बयानों को लेकर हर दिल्लीवासी गुस्सा है और आठ फरवरी को कमल का बटन दबाकर यहां के लोग उन लोगों को सजा देंगे।