भोपाल, 5 मार्च (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश का बाघ संरक्षित पन्ना राष्ट्रीय उद्यान राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बाघों के रहन-सहन का अध्ययन केंद्र बन गया है। यहां रूस का दल बाघों के रहन-सहन का अध्ययन करने आया है।
राज्य सरकार की ओर से जारी अधिकृत बयान में बताया गया है कि ग्लोबल टाइगर फोरम, इंटरनेशनल फंड फॉर एनिमल वेलफेयर और वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया के ‘टाइगर वाच’ कार्यक्रम के तहत यह दल आया हुआ है। इस दल में रूस के इवान खोबत्नेव और तकनीकी अधिकारी सर्जेइ रोज्ल्वेट, ग्लोबल टाइगर फोरम के डॉ़ अनिरुद्ध मजूमदार और संजीव झा शामिल हैं।
यह दल उद्यान में बाघों के रहन-सहन से संबंधित सभी पहलुओं का अध्ययन कर रहा है। पहले दिन दल को पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक ने बाघों की देखभाल संबंधी योजना के बारे में जानकारी दी। दल को उद्यान का भ्रमण कराकर स्थल जानकारी दी गई।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष भी रूस से एक दल पन्ना राष्ट्रीय उद्यान के अध्ययन दौरे पर आया था। यह दल बाघों की देखभाल संबंधी योजना और यहां के प्रबंधन से बहुत प्रभावित हुआ था। रूसी अध्ययन दल दूसरी बार पन्ना पहुंचा है।