बस्तर-अगर प्रस्ताव को मंजूरी मिली तो मगरमच्छों के संरक्षण की दिशा में बस्तर में यह पहला प्रयास होगा। बताया जाता है कि इंद्रावती टाइगर रिजर्व में कुटरू के जमींदार दृगपाल शाह की स्मृति में इस पार्क का निर्माण किया जाएगा।
वन्य जीव विभाग की योजना रिजर्व क्षेत्र में कुटरू के निकट करीब छह हेक्टेयर के तालाब को पार्क के तौर पर विकसित करने की है। विभाग की योजना तालाब समेत आसपास के इलाके को विकसित करने की है।
मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव क्षेत्र) वी. रामाराव के मुताबिक, बस्तर में मगरमच्छ मिलना कोई नई बात नहीं है। कांगेर वेली में भैंसा दरहा, इंद्रावती और गोदावरी बेसिन के किनारे मगरमच्छ मिलने की घटनाएं सामने आती रहती हैं। लेकिन पहली बार विभागीय तौर पर इसके सरंक्षण की दिशा में कदम उठाया जा रहा है।
रामाराव का कहना है कि कुटरू के निकट जमींदार दृगपाल शाह परिवार के पैतृक तालाब में इस समय 28 मगरमच्छों का वास है। विभाग के कहने पर उनकी पत्नी यह तालाब मगरमच्छ पार्क के लिए देने को तैयार हुई है। जमींदार परिवार तालाब के साथ इसके आसपास की कुछ जमीन भी विभाग को देने के लिए तैयार हुआ है। इसी तालाब और जमीन को पार्क के तौर पर विकसित किया जाएगा।