नई दिल्ली, 8 जनवरी (आईएएनएस)| बर्मिघम सिटी विश्वविद्यालय इस सप्ताह भारत के तीन विश्वविद्यालयों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने जा रहा है। बर्मिघम विश्वविद्यालय के कुलपति क्लिफ एलान ने कहा कि भारतीय विश्वविद्यालयों के सहयोग से वह एक इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मूला-1 कार बनाएगा।
एल्लान ने एक साक्षात्कार में आईएएनएस से कहा, “हम एक इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मूला-1 कार का विकास कर रहे हैं और यह हम भारतीय विश्वविद्यालयों के सहयोग से कर रहे हैं। हम मानते हैं कि इस कार को तैयार करने के लिए छात्रों को पाकर हम फार्मूला-1 रेसिंग उद्योग को बदल देंगे।”
उन्होंने कहा, “हम तीन विश्वविद्यालयों के साथ समझौता कर रहे हैं- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, देहरादून का ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय और जालंधन का लवली प्रोफेसनल विश्वविद्यालय। हम शुक्रवार को मिल रहे हैं और इस पर हस्ताक्षर हो जाएंगे।”
एलान शुक्रवार को विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ मिलकर समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। उन्होंने इस सप्ताह विश्वविद्यालय का दिल्ली कार्यालय भी खोला है।
उन्होंने कहा, “इस समझौते का सीधा लाभ विद्यार्थियों और वाहन उद्योग को मिलेगा। फार्मूला टीम इसमें रुचि ले रही है।”
विश्वविद्यालय के पास 22,500 छात्र हैं, जिसमें से 2,000 अंतर्राष्ट्रीय छात्र हैं। इसमें 100 छात्र भारतीय हैं।
विश्वविद्यालय हर साल एक बार बर्मिघम में एक विश्व मोटर स्पोर्ट सम्मेलन का आयोजन करता है। इसमें सभी शीर्ष फार्मूला-1 रेस की टीमों को आमंत्रित किया जाता है। वाहन उद्योग में इलेक्ट्रिक वाहन तेजी से उभर रहे हैं। लंदन में काफी संख्या में हाइब्रिड कार देखे जा सकते हैं।
एलान ने कहा कि अगले 10 साल में काफी अधिक इलेक्ट्रिक कार सड़क पर आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि बर्मिघम सिटी विश्वविद्यालय वाहन उद्योग के केंद्र में है और खास तौर से मोटर स्पोर्ट्स के केंद्र में है।
एलान ने कहा, “हमारा पाठ्यक्रम पेशेवर कार्यपद्धतियों पर आधारित है, जहां आप अपने हाथ गंदे करते हैं। छात्र को कार्यस्थल का वास्तविक अनुभव मिलता है। यह सिर्फ सैद्धांतिक नहीं है। यह काफी व्यावहारिक है।”