वाराणसी। वासंतिक नवरात्र के छठे दिन शुक्रवार को ललिता घाट स्थित भगवती ललिता गौरी व सिंधिया घाट स्थित भगवती कात्यायनी देवी का दर्शन-पूजन हुआ। दोनों मंदिरों में भोर से देर रात तक विविध धार्मिक अनुष्ठान किए गए।
नौ गौरी के दर्शन-पूजन के क्रम में ललिता घाट स्थित ललिता गौरी मंदिर में मंगला आरती के बाद भगवती का दर्शन शुरू हुआ। भोर से ही महिलाओं व पुरुषों की लंबी कतार लगी रही। श्रद्धालुओं ने नारियल, चुनरी व माला-फूल अर्पित कर भगवती से सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिर के आसपास सुरक्षा की चौकस व्यवस्था की गई थी।
मंदिर के आसपास माला-फूल व प्रसाद की दर्जनों दुकानें लगी रहीं। सिंधियाघाट के आत्मावीरेश्वर मंदिर परिसर में स्थित भगवती कात्यायनी देवी के दर्शन-पूजन का क्रम पूरे दिन चलता रहा। मान्यता है कि गौरी के छठे रूप ललिता गौरी के दर्शन मात्र से मनोकामनाओं की पूर्ति सद्य: होती है।
पत्रकारपुरम में देवी जागरण-
पत्रकारपुरम कॉलोनी (गिलट बाजार) के पार्क एक में 17 अप्रैल को सायं साढ़े सात बजे से देवी जागरण का आयोजन किया गया है। लोकगीत गायक डॉ. मन्नू यादव की टीम के सदस्य देवी जागरण गीत प्रस्तुत करेंगे।
विशालाक्षी गौरी का कुंभाभिषेक आज –
मीरघाट स्थित देवी विशालाक्षी गौरी के कुंभाभिषेक महोत्सव के तहत तीसरे दिन मंगलवार को सुबह और शाम कालयोग पूजा की गई। दोनों चक्रों में पूर्णाहुति होम से समापन किया गया।
बुधवार की सुबह कलश पूजन के बाद चतुर्थ कालयोग पूजा और 9.28 से 10.15 बजे तक कुंभाभिषेक का मुख्य आयोजन होगा। नाटकोटि नगर क्षेत्रम के संयोजन और सर्व साधक विकास रत्ना व डॉ. के पिच्चई शिवाचार्य के आचार्यत्व में गोमती शंकर शास्त्री, गणेश गुरकल व अरुणांचल शास्त्री ने अनुष्ठान कराए।
श्मशाननाथ के चरणों में अर्पित की स्वरांजलि
मणिकर्णिकाघाट स्थित महाश्मशान नाथ के श्रृंगार महोत्सव के दूसरे दिन मंगलवार को बाबा की गुलाब के फूलों से झांकी सजाई गई। पूजन अनुष्ठान और भांग की बर्फी, मदिरा का भोग लगाया गया।
दोपहर में हजारों ने प्रसाद ग्रहण किया। रात में शिव म्यूजिकल ग्रुप के कलाकारों ने बाबा को स्वरांजलि दी। शिवापति मिश्रा ने गणेश वंदना से इसकी शुरुआत की।