नई दिल्ली, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। राजघाट पर एकत्रित करीब 1500 से ज्यादा बच्चों ने सोमवार को वैश्विक नेताओं से आग्रह किया कि बच्चों को युद्ध के विनाश और संघर्ष से मुक्ति दिलाने के लिए दखल दें।
समूह की अगुवाई करते हुए नोबेल पुरस्कार विजेता और बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी ने कहा, “बच्चे कभी भी किसी युद्ध या संघर्ष के लिए जिम्मेदार नहीं होते, फिर भी वे इससे बुरी तरह से पीड़ित हैं।”
उन्होंने कहा, “इस अत्यधिक अशांति के समय में लाखों बच्चों को बचाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी हो जाती है, जो बम, गोलियों और रासायनिक हमलों में फंस जा रहे हैं।”
सत्यार्थी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से एक उच्च अधिकार समूह स्थापित करने का आग्रह किया जिससे संघर्ष, शरणार्थी संकट, सीमा-पार तस्करी व दासता की हिंसा से बच्चों को बचाया जा सके।
सीरिया में रासायनिक हमले में 27 बच्चों की मौत के मद्देनजर यह सभा आयोजित की गई थी। इसमें सिविल सोसाइटी सदस्यों, वकीलों, सांसदों, धर्मगुरुओं ने शिरकत की।
यूनिसेफ के अनुसार, सशस्त्र संघर्ष से प्रभावित क्षेत्र में अनुमानित तौर पर 23 करोड़ बच्चे रहते हैं। सीरिया में संघर्ष शुरू होने के बाद से 10,000 से ज्यादा बच्चे मारे गए हैं।