बांदा, 15 मार्च (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में बांदा शहर के शंभू नगर मुहल्ले में कथित रूप से पल्स पोलियो की दवा पीने के बाद नौ माह की बच्ची की मौत हो गई। इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने शुक्रवार को कहा कि तीन चिकित्सकों के दल द्वारा किए गए पोस्टमॉर्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है, इसलिए बच्ची का बिसरा जांच के लिए हैदराबाद की प्रयोगशाला भेजा गया है।
सीएमओ डॉ. संतोष कुमार ने शुक्रवार को कहा, “बच्ची इशिता की मौत मामले में बुधवार रात तीन चिकित्सकों के दल द्वारा किए गए पोस्टमॉर्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। बच्ची के होंठ, नाखून और जीभ पर नीलापन पाया गया है, जो ऑक्सीजन की कमी से भी संभव है।”
उन्होंने बताया, “मौत का कारण स्पष्ट न होने पर जांच के लिए बच्ची का बिसरा हैदराबाद और पिलाई गई पोलियो दवा का नमूना हिमाचल की कसौली प्रयोगशाला भेजा गया है। जांच रपट आने के बाद ही मौत का असली कारण पता चल पाएगा।”
डॉ. कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेशानुसार मामले की मजिस्ट्रेट जांच भी शुरू की गई है।
उधर, मृत बच्ची के दादा आनंद शुक्ला ने फिर दोहराया, “पोलियो दवा पीने से चंद मिनट पहले बच्ची हंस-खेल रही थी। दवा पिलाने आए स्वास्थ्य दल ने किट के बजाय खुले हाथ में लाई दवा पिला दी, जिसके बाद बच्ची की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई।”