कंचरापारा (पश्चिम बंगाल), 14 जून (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को ‘बाहरियों’ का मुद्दा उठाकर एक नया धमाका किया। उन्होंने कहा कि जो लोग बंगाल में रह रहे हैं, उन्हें बांग्ला बोलना सीखना होगा।
हिंदी भाषियों की बहुलता वाले इलाके उत्तरी 24 परगना जिले के कंचरापारा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता ने कहा, “हमें बांग्ला को आगे ले जाना होगा। जब मैं बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब जाती हूं तो उनकी भाषा में बोलती हूं। अगर आप बंगाल में रहते हैं तो आपको बांग्ला बोलना सीखना होगा। इसके अलावा आप हिंदी या अंग्रेजी में बोलिए, मुझे उससे मतलब नहीं है। लेकिन हर किसी को बांग्ला भी सीखनी चाहिए।”
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, “बंगाल में रहना और बाइक पर चक्कर लगाते हुए बंगालियों को भयभीत करना और गुंडेबाजी करना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैं जानना चाहती हूं, अल्पसंख्यक समुदाय के, बंगालियों के घरों पर हमले क्यों किए जा रहे हैं। अगर आप सोचते हैं कि हमारे बंगाली भाइयों, बहनों को सताकर, डराकर आप चैन से रहेंगे तो यह आपकी भूल है।”
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने गुरुवार रात इस इलाके में उनकी पार्टी के झंडों और बैनरों को फाड़ने वाले गुंडों पर कड़ी कार्रवाई न करने के लिए पुलिस की भी तीखी आलोचना की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे गुंडा तत्वों को तीन दिन के भीतर गिरफ्तार करें।
उन्होंने कहा, “मैं पुलिस से ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह करूंगी। मैं नहीं जानती, पुलिस ने कुछ क्यों नहीं किया। अगर पुलिस अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाएगी तो लोग कहां जाएंगे।”
ममता ने कहा, “बीती रात हमारी पार्टी के सभी झंडों को कुछ लोग कैसे क्षति पहुंचा सकते हैं? कौन हैं ये लोग? जहां कहीं से भी हो, आप उन्हें ढूंढ़िए और तीन दिन के भीतर उन्हें गिरफ्तार कीजिए।”
कंचरापारा बैरकपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में पड़ता है। इस बार के चुनाव में भगवा पार्टी तृणमूल कांग्रेस से यह सीट छीनने में कामयाब हो गई, तभी से यह इलाका उबल रहा है।
चुनाव परिणाम 23 मई को घोषित होने के बाद से इस इलाके और पड़ोस के नैहाटी में झड़पों और राजनीतिक हत्याओं की कई घटनाएं हो चुकी हैं।
इस क्षेत्र से बंगाल भाजपा के प्रमुख नेता मुकुल रॉय ने तृणमूल कांग्रेस को हराया है। ममता ने रॉय पर कटाक्ष करते हुए कहा, “जो कभी रेलवे के छोटे ठेकेदार थे, अब दुबई, मलेशिया, सिंगापुर हर जगह जा रहे हैं।”
रॉय कंचरापारा इलाके के रहने वाले हैं।
ममता ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) समर्थकों पर अपने वोट भारतीय जनता पार्टी को दिलाने का आरोप भी लगाया।
उन्होंने कहा, “यही वह माकपा है, जिसने कभी कांग्रेस को खरीद लिया और हमें तृणमूल कांग्रेस बनाने के लिए बाध्य किया, आज अपने वोट भाजपा को ट्रांसफर कराया है। इन्होंने अपना साइनबोर्ड तक भाजपा को सौंप दिया है। लेकिन याद रखिए, तृणमूल का साइनबोर्ड बहुत मजबूत है। यह आसानी से बिकने वाला नहीं है।”