कोलकाता, 15 जनवरी (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को बनगांव लोकसभा चुनाव से पहले तगड़ा झटका लगा है। पार्टी के मंत्री मंजुल कृष्णा ठाकुर ने गुरुवार को अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए।
इस दौरान उन्होंने ममता बनर्जी को सिद्धांतहीन बताया और कहा कि तृणमूल कांग्रेस अच्छे और शिक्षित लोगों को लिए सही पार्टी नहीं है।
ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में ठाकुर शरणार्थी, राहत और पुनर्वास मंत्रालय का पदभार संभाल रहे थे। वह अपने बेटे और पंचायत पदाधिकारी सुब्रत ठाकुर के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए।
तृणमूल ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दोनों विश्वासघाती थे इसलिए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। पार्टी ने बनगांव लोकसभा क्षेत्र से दोनों की कट्टर विरोधी ममता ठाकुर को उम्मीदवार घोषित किया है।
पश्चिम बंगाल के पदासीन मंत्री का पार्टी में शामिल होना भाजपा के लिए उत्तरी राज्य में बड़ी सफलता माना जा रहा है। राज्य में भाजपा पारंपरिक रूप से कमजोर है लेकिन बीते आठ महीनों से भाजपा अपनी पैठ बनाने में लगी हुई है।
मंजुल ठाकुर मंत्रिपद से और तृणमूल से इस्तीफे की घोषणा करते हुए भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष राहुल सिन्हा की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो गए। मंजुल ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह सिद्धांतहीन गतिविधियों में लिप्त रहती हैं और अपनी मर्जी के मुताबिक काम करती हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अहंकारी बताते हुए मंजुल ने कहा, “यह पार्टी किसी भी तरह के आदर्शो से काफई दूर है। शारदा घोटाला और अन्य मुद्दों को लेकर लोग सड़कों पर हमारा उपहास उड़ाते हैं।”
तृणमूल के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि मंजुल कृष्ण ठाकुर और सुब्रत ठाकुर दोनों को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। चटर्जी ने दावा किया कि दोनों पिता पुत्र के जाने से पार्टी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।