नई दिल्ली, 28 मई (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के तीन विधायक और 60 से अधिक पार्षद मंगलवार को भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों में एक तृणमूल कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांग्शु रॉय हैं।
विजयवर्गीय ने कहा कि इसके अलावा तृणमूल के और भी नेता पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
अन्य दो विधायक बिष्णुपुर से (तृणमूल विधायक) तुषार कांति भट्टाचार्य और हेमताबाद से माकपा के देबेंद्र राय हैं।
पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में भाजपा के जबरदस्त प्रदर्शन के बाद यह अप्रत्याशित घटना देखने को मिल रही है। भाजपा ने यहां 42 में से 18 सीटों पर जीत दर्ज की है। पार्टी ने पिछले लोकसभा चुनाव में दो सीटें जीती थी।
बीजापुर क्षेत्र से दो बार विधायक रहे सुभ्रांग्शु राय को पार्टी विरोधी बयान के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।
विजयवर्गीय के अलावा, मुकुल रॉय ने भी ‘जय श्री राम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों के साथ पश्चिम बंगाल के नेताओं का स्वागत किया।
पार्षदों में से, 17 कंचनपाड़ा नगर निगम के पार्षद हैं।
मुकुल रॉय ने कहा, “कंचनपाड़ा नगर निगम के 26 पार्षदों में से 17 अध्यक्ष समेत भाजपा में शामिल हो रहे हैं। इसलिए आज से कंचनपाड़ा नगर निगम का पूरा बोर्ड भाजपा के साथ है और यह भाजपा द्वारा नियंत्रित होगा।”
हलिसहर नगरनिगम के 23 पार्षदों में से 17 पार्षदों ने भाजपा का दामन थाम लिया। इनमें नगरनिगम के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी शामिल हैं।
नौहाटी नगरनिगम में 31 पार्षदों में से 29 भाजपा में शामिल हो गए।
मुकुल रॉय ने कहा, “तीनों नगरनिगमों पर अब भाजपा का शासन होगा।”
इसके अलावा कुछ पंचायत प्रमुख भी भाजपा में शामिल हो गए।
मुकुल रॉय ने कहा, “विजयवर्गीय के नेतृत्व में जिस तरह से बंगाल आगे बढ़ रहा है, सभी तृणमूल के लोग भाजपा में शामिल हो जाएंगे। आप एक-दो जून से देखेंगे कि कई सारे विधायक भाजपा में शामिल होंगे।”
पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि तृणमूल कांग्रेस के 40 विधायक उनके संपर्क में हैं।
इसपर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा था, “कोई भी आपके साथ नहीं जाएगा। एक पार्षद भी नहीं।”
विजयवर्गीय ने कहा, “आज 50 पार्षद और तीन विधायक भाजपा कार्यालय में हैं। हम पार्टी में शामिल होने के लिए सात चरण के कार्यक्रम चलाएंगे, जिस तरह से सात चरण में चुनाव हुए थे।”
उन्होंने कहा, “पहले चरण में, हमें तीन विधायक और तीन नगरनिगम मिला। धीरे-धीरे यह आंकड़ा बढ़ेगा। जो भी ममता बनर्जी की वजह से तृणमूल में घुटन महसूस कर रहे हैं वह भाजपा में शामिल होंगे।”
उन्होंने कहा, “हम लोगों का चयन करेंगे। सभी को पार्टी में शामिल होने की इजाजत नहीं दी जाएगी। जो भाजपा के लिए योग्य होगा, केवल उन्हें ही इजाजत दी जाएगी।”