टोरंटो, 6 जून (आईएएनएस)। कनाडा के वैज्ञानिकों ने एक नई दवा विकसित की है। इस दवा में फ्लू के वायरस को मारने की क्षमता है।
इस दवा का शोध करने वाले शोधकर्ताओं ने पाया कि यह दवा चूहों के दो विभिन्न कारकों और फ्लू के तीन विभिन्न कारकों में प्रभावी है। ऐसा विश्वास है कि यह दवा मानव सहित चूहों के अलावा जानवरों में भी प्रभावी हो सकती है।
फ्लू का कारण बनने वाले संक्रमण को निशाना बनाने के बजाए यह नई दवा रक्त वाहिकाओं को फेफड़ों में तरल पदार्थो को जाने से रोकती है।
फेफड़ों की रक्त वाहिकाओं द्वारा फेफड़ों की हवा थैलियों में तरल पदार्थो का रिसाव शुरू हो जाने के बाद लोगों की मृत्यु हो जाती है। फ्लू से मरने वाले वास्तव में श्वास प्रक्रिया के निष्फल होने की वजह से मर जाते हैं।
इस दवा (वेसकुलोटाइड) को टोरंटो के सनीब्रूक अस्पताल के शोधकर्ताओं ने तैयार किया है।
यह दवा 2009 में फैले स्वाइन फ्लू सहित एनफ्लुएंजा के खिलाफ प्रभावी रही है।
सेंट माइकल अस्पताल कीनन रिसर्च सेंटर फॉर बायोमेडिकल साइंसेज के शोधकर्ता वारेन ली ने कहा, “जब चूहे पर इसका प्रशिक्षण किया गया तो परिणाम काफी रोमांचक रहा। यह दवा चूहों के दो विभिन्न कारकों और फ्लू के तीन कारकों पर प्रभावी थी।”
इस दवा के बिना, एक सप्ताह के भीतर 100 प्रतिशत चूहों की मौत हो गई, जबकि दवा के साथ 80 प्रतिशत चूहे जीवित रहे।
इस शोध को ‘साइंटिफिक रिपोर्ट’ पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।