लंदन, 8 जून (आईएएनएस)। इंग्लिश प्रीमियर लीग के मौजूदा चैम्पियन चेल्सी के कोच जोस मोरिन्हो ने वर्ष-2012 में उनके स्थान पर स्पेन के कोच विंसेट डेल बोस्क को साल का सबसे अच्छा कोच चुने जाने पर सोमवार को एक बार फिर सवाल उठाते हुए आशंका जताई कि शायद वह भी फीफा में व्याप्त भ्रष्टाचार का शिकार हुए।
मोरिन्हो ने वर्ष-2013 में भी इस फैसले पर सवाल खड़े किए थे।
हाल में भ्रष्टाचार के आरोप में फीफा के कुछ बड़े अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद सेप ब्लाटर ने पांचवीं बार फीफा अध्यक्ष चुने जाने के चार दिनों के अंदर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
इंग्लैंड के समाचार पत्र ‘दि टेलीग्राफ’ के ऑनलाइन संस्करण के अनुसार मोरिन्हो ने कहा, “वर्ष-2012 में साल के सर्वश्रेष्ठ कोच के चुनाव में मैं शीर्ष तीन में शामिल था। मतदान के बाद मुझे बताया गया कि मैं दूसरे स्थान पर रहा और यह बात मुझे स्वभाविक लगी। इसके कुछ दिनों बाद सभी मतों को सार्वजनिक किया गया।”
मोरिन्हो के मुताबिक, “मतों के सार्वजनिक किए जाने के कुछ मिनट बाद एक पूर्व खिलाड़ी और राष्ट्रीय टीम के कप्तान ने मुझे फोन किया और बताया कि जरूर इस मामले मेंकुछ गड़बड़ी की गई है। मैंने आपके पक्ष में मत दिया था लेकिन सार्वजनिक की गई सूची में किसी और कोच का नाम है।”
मोरिन्हो के अनुसार इसके बाद कुछ और राष्ट्रीय कोचों ने भी फोन कर मत बदले जाने की बात कही।