नई दिल्ली-जेनरल मोटर्स और होंडा जैसे वैश्विक वाहन कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक जेनरल मोटर्स के अध्यक्ष टिम सोल्सो और होंडा मोटर कंपनी के अध्यक्ष फुमिहिको आईके ने मोदी से अलग-अलग मुलाकात की।
इन मुलाकातों को इस संदर्भ में देखा जा सकता है कि भारतीय वाहन बाजार 2020 तक दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा हो सकता है। यह अनुमान जे.डी. पावर और अर्न्स्ट एंड यंग का है।
नेशनल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन प्लान 2020 में उद्धृत इन अनुमानों के मुताबिक वैश्विक यात्री वाहन बाजार में भारत को योगदान 2010-11 के चार फीसदी से बढ़कर 2020 में आठ फीसदी हो जाएगा।
2010 में भारत दुनिया का छठा सबसे बड़ा वाहन निर्माता देश बन चुका है।
वाहन कंपनियां भारत में अपनी इकाई लगा रही हैं और यहां से निर्यात करना चाहती हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक 2020 तक वैश्विक वाहन निर्यात में भारत थाईलैंड को पीछे छोड़ सकता है। अभी थाईलैंड 24 अरब डॉलर मूल्य का वाहन निर्यात करता है, जबकि भारत 12 अरब डॉलर मूल्य का वाहन निर्यात करता है।
भारत चीन और जापान के बाद तीसरा सबसे बड़ा दुपहिया वाहन निर्यातक है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में भारतीय कंपनियों की पहुंच अफ्रीका और लातिनी अमेरिका में और बढ़ने वाली है।