लखनऊ, 10 सितंबर लखनऊ प्रशासन की तरफ से रोक लगाए जाने के बावजूद गोरखपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद योगी आदित्यनाथ बुधवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार पर जमकर बरसे। योगी ने कहा कि सूबे में लोकतंत्र खतरे में है और उसे बचाने के लिए आगे आना होगा। योगी ने कहा, “उप्र में लोकतंत्र खतरे में है। प्रशासन ने सुबह से ही परेशान करके रखा हुआ है। सरकार हमारे पीछे पड़ी हुई है। पहले ठाकुरद्वारा में कार्यक्रम करने से रोका गया फिर मैनपुरी में। लखीमपुर खीरी में भी हमें सभा करने से रोका गया। लखनऊ में भी हमारी रैली पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।”
उन्होंने कहा कि उप्र में लोकतंत्र को कुचलने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। उप्र में लोकतंत्र लगाने के लिए सूबे के एक परिवार की सरकार को उखाड़ फेंकना होगा। उपचुनाव का मतदान ही इस सरकार का भविष्य तय करेगा।
योगी ने कहा, “यूं तो उपचुनाव का खास प्रभाव केंद्र के साथ ही राज्य सरकार पर नहीं पड़ेगा, लेकिन यदि भाजपा विजयी हुई तो उप्र में परिवारवाद की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी।”
उल्लेखनीय है कि लखनऊ में मंशीपुलिया के पास योगी की सभा हुई, लेकिन प्रशासन ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए रैली को मंजूरी देने से मना कर दिया था।
इस बीच प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि प्रशासन ने जिस तरीके से योगी की रैलियों को रोकने का प्रयास किया, उसकी शिकायत चुनाव आयोग से जरूर की जाएगी।