तेहरान, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने यहां रविवार को कहा कि उनका देश अपने प्रक्षेपास्त्र कार्यक्रम पर किसी के साथ कोई बातचीत नहीं करेगा, क्योंकि यह देश की रक्षा से जुड़ा एक मामला है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, जरीफ ने एस्तोनिया की विदेश मंत्री मरिना कलिजुरंड के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिका जानता है कि ईरान प्रक्षेपास्त्र मुद्दे पर और देश की सुरक्षा क्षमताओं पर कोई बातचीत नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका हथियारों को लेकर गंभीर है तो बेहतर है कि वह उन देशों को हथियार बेचने पर पुनर्विचार करे, जो इन हथियारों का इस्तेमाल यमनवासियों और फिलिस्तीनियों के खिलाफ करते हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने इसके पहले गुरुवार को कहा था कि ईरान के प्रक्षेपास्त्र कार्यक्रम से जुड़े मुद्दों को सुलझाने के लिए अमेरिका ‘नई व्यवस्था’ के लिए तैयार है।
ईरान के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने ईरान के प्रक्षेपास्त्र कार्यक्रम पर केरी की टिप्पणी को शुक्रवार को ‘धृष्टता’ कह कर उसे खारिज कर दिया।
ईरान के सशस्त्र बलों के डिप्टी जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ, ब्रिगेडियर जनरल मसूद जजयेरी ने देश के विदेश मंत्रालय से आग्रह किया है कि ईरान के साथ मिसाइल वार्ता की केरी की मांग का कड़ाई से जवाब दिया जाए।
जजयेरी ने कहा, “प्रक्षेपास्त्र कार्यक्रम पर कोई बातचीत नहीं होगी, और अपनी रक्षा क्षमता विकसित करने के लिए ईरान किसी से अनुमति नहीं लेता।”
व्हाइट हाउस, ईरान के प्रक्षेपास्त्र कार्यक्रम का आलोचक है और वह इसे क्षेत्रीय और विश्व शांति के लिए एक खतरा मानता है।
जबकि, ईरान ने कहा है कि उसका प्रक्षेपास्त्र कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है, और कोई भी कदम ईरान को अपनी रक्षा क्षमता विकसित करने और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के अधिकार से वंचित नहीं कर सकता।