लिमा, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। पेरू के प्रधानमंत्री अना जारा पर जासूसी कांड में शामिल होने को लेकर निंदा प्रस्ताव आने के बाद राष्ट्रपति ओलांटा हुमाला के सामने गंभीर राजनीतिक संकट पैदा हो गया है।
राष्ट्रपति को अब एक ऐसे नए मंत्रिमंडल के गठन की कोशिश करनी होगी, जो विपक्ष के बहुमत वाली कांग्रेस को स्वीकार्य हो।
खुफिया सेवा के लिए राजीतिज्ञों, पत्रकारों तथा कारोबारियों के बारे में आंकड़े इकट्ठा करने के मामले में पेरू के विपक्ष ने जारा के खिलाफ निंदा प्रस्ताव के लिए जरूरी 72 मत सोमवार को जुटा लिए।
सत्ता में आए हुए एक साल से थोड़ा-सा अधिक वक्त ही बीता था कि हुमाला को जारा तथा उनके मंत्रियों का इस्तीफा लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
यदि कांग्रेस नए मंत्रिमंडल में भरोसा नहीं जताती है, तो राष्ट्रपति को अधिकार है कि वह संसद भंग कर विधायी चुनाव कराएं।
जारा के खिलाफ निंदा प्रस्ताव को हुमाला कांग्रेस का गैरजिम्मेदाराना कदम बताते हैं, जिससे देश अस्थिर होगा और राजनीतिक संकट पैदा होगा, जिसके कारण देश में आने वाला निवेश प्रभावित होगा।