पलघर (महाराष्ट्र), 6 अगस्त (आईएएनएस)। पेड़ से बरसेंगे पैसे। मंत्र पढ़ते ही निकलेगा गड़ा खजाना। यही बात कहकर छह तांत्रिकों ने गुजरात सीमा से लगे महाराष्ट्र के इलाके के आदिवासियों को ठगा।
इन कथित तांत्रिकों ने खुद के पास ऐसी दैवीय शक्ति होने का दावा किया जो पेड़ से पैसे की बरसात करा सकती है, गड़ा खजाना निकाल सकती है। पुलिस ने इन सभी को गिरफ्तार कर लिया है।
छह तांत्रिकों में दो महिलाएं भी हैं। ये सभी 30 लोगों के उस समूह का हिस्सा हैं जो गुजरात से कुछ दिन पहले विक्रमगढ़ में पहुंचा है। विक्रमगढ़ एक आदिवासी बहुल इलाका है।
पुलिस अधिकारी एस.एन. नंदगांवकर ने बताया कि तांत्रिक लोगों से कहते थे कि अपने अनुष्ठानों के जरिए ये पेड़ से पैसे की बरसात करा सकते हैं। इतना ही नहीं, ये ठग गड़ा हुआ खजाना भी दिलाने का लोगों से वादा करते थे। इसके लिए ये लोगों से धन लेते थे।
पुलिस ने इनके पास से 1000 और 500 रुपये के जाली नोट, बड़ी संख्या में चाकू और इंसानी खोपड़ी जब्त की हैं। यही जाली नोट ये पेड़ से गिराते थे या फिर जमीन में गाड़ देते थे और कुछ कथित मंत्र पढ़कर जमीन से जाली नोट निकाल कर कहते थे कि ये निकला गड़ा हुआ खजाना।
पुलिस का कहना है कि इस पूरे मामले में कोई बड़ा गिरोह शामिल हो सकता है। मानव तस्करी की आशंका भी है। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि ये लोग नरबलि देने जैसे कृत्य में भी शामिल रहे होंगे।