मुंबई, 21 जुलाई (आईएएनएस)। पिपावाव डिफेंस ने मंगलवार को कहा कि उसने रूस की कंपनी जेएससी शिप रिपेयरिंग सेंटर के साथ साझेदारी की है। यह साझेदारी भारत में 877-ईकेएम पनडुब्बी की मध्यम स्तर की रिफिटिंग एवं प्रमाणन के लिए है, जो करीब 11 हजार करोड़ रुपये (1.7 अरब डॉलर) की परियोजना है।
अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह की कंपनी पिपावाव डिफेंस ने एक बयान में कहा, “यह पहला मौका है, जब इस तरह का काम निजी क्षेत्र को दिया गया है। प्रस्तावित कार्य का सांकेतिक मूल्य करीब 11 हजार करोड़ रुपये है।”
बयान के मुताबिक, नए उद्यम में पिपावाव की 51 फीसदी हिस्सेदारी होगी।
बयान में कहा गया है कि करार की शर्तो के मुताबिक, रूसी कंपनी उद्यम में तकनीकी सहयोग देगी, जिसमें पिपावाव डिफेंस की अवसंरचना सुधार और प्रशिक्षण भी शामिल है। रिफिटिंग का पहला कार्य रूस में संपन्न होगा।
पिपावाव के एक प्रवक्ता ने कहा, “पनडुब्बियों की रिफिट और आधुनिकीकरण नौसेना में लगातार चलने वाला काम है। पिपावाव और ज्योजडोचका नौसेना को पूरी तरह तत्पर बनाने में भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”
अधिकारी ने कहा कि भारत में रिफिटिंग के अनेक लाभ हैं। इससे परिवहन खर्च बचेगा और पनडुब्बियों को रूस ले जाने और वहां से लाने में लगने वाला समय भी बचेगा।