इस्लामाबाद, 22 मार्च – इस्लाम में खास धार्मिक महत्व रखने वाली शबे मेराज के अवसर पाकिस्तान के उलेमा ने लोगों से इस मौके पर पढ़ी जाने वाली विशेष नमाजों को मस्जिदों के बजाए घरों में ही पढ़ने के लिए कहा है। कोरोना वायरस के मद्देनजर इस बार मस्जिदों में इन नमाजों के लिए हर साल की तरह व्यवस्था नहीं की गई है। शबे मेराज आज (रविवार) की रात में पड़ रही है। मुसलमानों में मान्यता है कि इस्लामी रजब महीने की 27वीं तारीख की रात को मुहम्मद साहब आसमानों का सफर कर अल्लाह के सामने हाजिर हुए थे। इसी की याद में रात भर विशेष प्रार्थनाएं की जाती हैं।
‘रोजनामा पाकिस्तान’ की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान उलेमा कौंसिल के चेयरमैन हाफिज ताहिर अशरफी ने लाहौर में कहा कि कोरोना वायरस के मद्देनजर नमाजी, शबे मेराज पर पढ़ी जाने वाली नमाजें मस्जिदों के बजाए घरों में पढ़ें। उन्होंने कहा कि यह सही है कि मौत और जिंदगी अल्लाह के हाथ में है लेकिन इसी के साथ एहतियात बरतना भी जरूरी है।
पंजाब सरकार के संयुक्त उलेमा बोर्ड ने भी लोगों से शबे मेराज की रात की नमाजें घरों पर पढ़ने की अपील की। बोर्ड ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकारी दिशा निर्देशों का पालन करने को कहा। बोर्ड ने कहा कि इस्लाम खुद की सुरक्षा और दूसरों की सुरक्षा का संदेश देता है। अन्य सभाओं की तरह धार्मिक सभाओं पर भी पाबंदी के मद्देनजर घरों में नमाज पढ़ी जाए।